डॉ नमिता राकेश का 'नेतृत्व क्षमता' विषय पर मॉडर्न ग्रुप ऑफ कॉलेज में व्याख्यान
आंधियों को भेदकर चलने में मजा आता हैं,
तेज हवाओं का रुख मोड़ने में मजा आता हैं,
सीधी पगडंडी पर चले तो क्या चले ?
हमें तो काँटो के बीच गुलाब सा खिलने में मजा आता हैं।
मॉडर्न इंटरनेशनल ग्रुप ऑफ कॉलेज में सीआईएसएफ की डिप्टी डायरेक्टर और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की लेखिका डॉ नमिता राकेश ने आभासी माध्यम पर 'नेतृत्व क्षमता' विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में बी एड प्रथम वर्ष की छात्रा रूमा पाठक ने अपनी सुमधुर आवाज में सरस्वती वंदना
प्रस्तुत की।
अपने व्याख्यान में नमिता राकेश ने बताया कि नेतृत्व क्षमता नैसर्गिक होती है। ऐसी क्षमता से युक्त मनुष्य धैर्यवान,गुणवान,प्रभावशाली, विपरीत परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करने वाले,हितचिंतक, मननशील,साहसी,परिश्रमी,अपने अनुयायियों को आगे बढ़ाने वाले आदि कई गुणों से युक्त होते हैं ।
ऐसे व्यक्ति समाज और देश का सच्चा प्रतिनिधित्व करते हैं।
विद्यार्थियों के साथ नमिता जी ने कई अनुभव सांझा किए जिनसे उन्होंने अपने जीवन में काफी कुछ सीखा।
नमिता राकेश ने इस अवसर पर अपनी रचनाएं भी सुनाई,जिन्हें स्टाफ और विद्यार्थियों ने काफी सराहा।अंत में कार्यक्रम प्रभारी सह आचार्य डॉ मेधा ने आभार व्यक्त किया ।
-कमलेश भारतीय