अंतर्राष्ट्रीय हेरिटेज विलेज बनाने का सपना: महासिंह पूनिया 

अंतर्राष्ट्रीय हेरिटेज विलेज बनाने का सपना: महासिंह पूनिया 
महासिंह पूनिया।

-कमलेश भारतीय 
मेरा सपना है कि हरियाणा में एक अंतर्राष्ट्रीय हेरिटेज विलेज बनाया जाये । यह कहना है संस्कृतिकर्मी और कुरूक्षेत्र विश्वियालय के युवा व सांस्कृतिक विभाग के निदेशक डाॅ महासिंह पूनिया का । वे पहले भी तीन बार इस पद पर रह चुके हैं । मूल रूप से पानीपत के इसराना के निकट डिडवाड़ी गांव निवासी महासिंह की प्राइमरी तक की शिक्षा गांव से ही की और मैट्रिक न्योल्था में । बीए सोनीपत के सी आर आर्य काॅलेज से । फिर कुरूक्षेत्र विश्विद्यालय से एम ए हिंदी , पुरातात्विक और जनसंचार । साथ साथ हरिभूमि में पत्रकारिता भी । 
-पहली जाॅब ?

-सन् 1995 से यूनिवर्सिटी काॅलेज में हिंदी प्राध्यापक । सन् 2004 से कन्फ़र्म । अब यह आई आर एच एस कहलाता है । 
-आकाशवाणी से कब से कैसे जुड़े?
-कैजुअल अनाउंसर । सन् 2004 से ही । फिर तो अनेक कार्यक्रम संचालित किये । 
-धरोहर की स्थापना कैसे हुई ?
-सन् 2005 में आर एस हुड्डा कुलपति का यह सपना था । बैठक में मैं भी एक सदस्य । आइडिया दिया कि गांव गांव जाकर प्राचीन वस्तुओं का संग्रह करें तो बात बने । इसके लिए मैंने ऑन रिकाॅर्ड छह लाख किलोमीटर दूर दराज गांवों तक जाकर एकत्रित कीं और यह स्वरूप बनाया सबके सहयोग से । 
-कब तक रहे इसके इंचार्ज ?
-सन् 2005 से 2018 तक । देश विदेश में इसे पहुंचाने के प्रयास किये ।
-अब तक कितनी पुस्तकें प्रकाशित हो चुकीं ?
-दस । मुख्य तौर पर हरियाणवी संस्कृति पर केंद्रित । पचास शोधपत्र । 
-युवा विभाग के उद्देश्य ?
-युवाओं को नेतृत्व , संगठन और सामाजिक जिम्मेदारी के लिए तैयार करना । साहित्यिक कार्यशालाएं लगाकर इनकी रूचि परिष्कृत करना । युवा शिविर आयोजित करना आदि । आत्मविश्वास पैदा करना  
-पुरस्कार?
-युवा मन , लोक संस्कृति संरक्षक जैसे अनेक पुरस्कार । 
-लक्ष्य ?
-अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हेरिटेज विलेज बनाने का सपना । 
हमारी शुभकामनाएं डाॅ महा सिंह पूनिया को ।