नशा वैश्विक स्तर पर एक गंभीर समस्या, लोगों में फैलाएं जागरूकताः डॉ. एस.एस. लोहचब
क्रिएटिंग स्टोरी बोर्ड प्रतियोगिता में विनीता प्रथम।
रोहतक, गिरीश सैनी। स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में युवा सहभागी बनें, नशे से दूर रहें। नशा युवाओं को खोखला कर रहा है, इससे युवा पीढ़ी को बचाना होगा। समाज में नशे बारे जागरूकता की अलख जगानी होगी। युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली से जोड़ना होगा। समाज को एकजुट होकर नशा मुक्ति का संकल्प लेना होगा। ये विचार एमडीयू में बुधवार को इंटरनेशनल डे अगेंस्ट ड्रग एब्यूज एंड इलिसिट ट्रैफिकिंग के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष कार्यक्रम में उभर कर सामने आए।
एमडीयू की यूथ रेड क्रॉस (वाईआरसी), यूनिवर्सिटी आउटरीच प्रोग्राम, नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) तथा नेशनल कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान क्रिएटिव स्टोरीबोर्ड प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
आईएचटीएम के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में पीजीआईएमएस, रोहतक के निदेशक डॉ. एस.एस. लोहचब ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कहा कि नशा वैश्विक स्तर पर एक गंभीर समस्या बन चुका है। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग और उनके नतीजों बारे लोगों के बीच जागरूकता फैलानी होगी। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के लिए यह जरूरी है कि हम स्वयं इसके प्रति जागरूक बनें तथा समाज के सभी लोगों को इस समस्या से मुक्त करवाएं।
पीजीआईएमएस के साइकेट्री विभाग के प्रो. प्रदीप कुमार ने बतौर की-नोट स्पीकर विशेष व्याख्यान देते हुए नशे के दुष्प्रभावों एवं नशे की रोकथाम एवं बचाव के उपायों बारे विस्तार से बताया। उन्होंने नशे की युवाओं तक पहुंच पर लगाम कसने, नशीले पदार्थों की सप्लाई पर अंकुश लगाने तथा नशे की चपेट में आए व्यक्तियों का उचित पुनर्वास करने की बात पर बल दिया। एनसीसी ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर हरबीर सिंह तथा मासु ब्रिक्स प्रा. लि., रोहतक के एमडी मनमीत कोहली ने बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर शिरकत की।
डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। वाईआरसी कार्यक्रम समन्वयिका प्रो. अंजू धीमान ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। यूनिवर्सिटी आउटरीच प्रोग्राम के चीफ कंसल्टेंट प्रो. राजकुमार ने कार्यक्रम की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ. सविता राठी ने किया। आउटरीच प्रोग्राम की उप निदेशिका डॉ. एकता नरवाल तथा वाईआरसी काउंसलर डॉ. आशा शर्मा ने मंच का समन्वयन किया।
द एवीडन्स इज क्लीयर: इन्वेस्ट इन प्रिवेंशन अगेंस्ट ड्रग एब्यूज थीम पर आधारित क्रिएटिंग स्टोरी बोर्ड प्रतियोगिता में यूआईईटी की विनीता ने प्रथम, लाल नाथ हिंदू कॉलेज, रोहतक के विश्वजीत ने दूसरा व सीडीएस की हिमानी व पं. एनआरएस राजकीय महाविद्यालय, रोहतक की रेखा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों ने विजेताओं को पुरस्कृत किया।
इस दौरान यूनिवर्सिटी कैंपस स्कूल की निदेशिका प्रो. विनीता शुक्ला, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अंजू पंवार, एनसीसी प्रभारी डॉ. विकास सिन्धु व डॉ. आरती चहल, वाईआरसी काउंसलर डॉ. धीरज खुराना सहित वाईआरसी, एनएसएस, एनसीसी व यूनिवर्सिटी आउटरीच के अधिकारी, वालंटियर्स/कैडेट्स, एमडीयू के प्राध्यापक, गैर शिक्षक कर्मी, शोधार्थी, विद्यार्थी व शहर के गणमान्य जन मौजूद रहे।