शिक्षा का सही उपयोग सामाजिक सरोकारों तथा मानव कल्याण के लिए किया जाना चाहिएः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह
इंडक्शन प्रोग्राम दीक्षारंभ- 2024 में विद्यार्थियों से किया सामाजिक उत्थान तथा मानव कल्याण के लिए कार्य करने का आह्वान।
रोहतक, गिरीश सैनी। शिक्षा का सही उपयोग सामाजिक सरोकारों तथा मानव कल्याण के लिए किया जाना चाहिए। शिक्षा हमें मानवीय मूल्यों से संस्कारित करती है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने वीरवार को स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों के इंडक्शन प्रोग्राम दीक्षारंभ 2024 में विद्यार्थियों से आह्वान किया कि सामाजिक उत्थान तथा मानव कल्याण के लिए जीवन में कार्य करें।
छात्र कल्याण कार्यालय के संयोजन में आयोजित इस तीन दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के लिए तत्पर होना होगा। विशेष रूप से संचार कौशल, जीवन कौशल, आईसीटी कौशल विकसित करने बारे फोकस करना होगा। कुलपति ने बताया कि एमडीयू में कौशल विकास तथा क्षमता संवर्धन के अनेक अवसर तथा निर्धारित प्लेटफार्म प्राप्त होंगे।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में विश्वविद्यालय में शैक्षणिक तथा व्यक्तित्व विकास के उपलब्ध अवसरों का उपयोग करने का आग्रह नव प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों से किया। शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. ए.एस. मान ने जीवन में शैक्षणिक लक्ष्य तय करने तथा ज्ञान विस्तारण के लिए निरंतर प्रयास करने का परामर्श विद्यार्थियों को दिया।
कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने मदवि की विकास यात्रा की जानकारी विद्यार्थियों को दी। उन्होंने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन द्वारा प्रभावी ढंग से एमडीयू विकास यात्रा की झलक विद्यार्थियों के सामने रखी। प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने प्रेरणादायी गीत गाकर विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में करियर काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल की निदेशिका प्रो. दिव्या मल्हान ने स्वागत भाषण दिया। आभार प्रदर्शन चीफ वार्डन गर्ल्स तथा इंडक्शन प्रोग्राम आयोजन समिति की संयोजिका प्रो. सपना गर्ग ने किया। मंच संचालन एनएसएस प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. सविता राठी ने किया।
कार्यक्रम आयोजन सहयोग निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने किया। उद्घाटन सत्र में संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने शानदार हरियाणवी आर्केस्ट्रा प्रस्तुति दी। इस दौरान संकाय अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक मौजूद रहे। पीजी इंडक्शन प्रोग्राम की पावन शुरुआत सुबह मातू राम यज्ञशाला में हवन से हुई। वैदिक तथा योग अध्ययन के निदेशक प्रो. सुरेन्द्र कुमार ने यज्ञ का संचालन किया।