समाचार विश्लेषण/सास बहू मार्का धारावाहिकों की महारानी को फटकार 

समाचार विश्लेषण/सास बहू मार्का धारावाहिकों की महारानी को फटकार 
कमलेश भारतीय।

-*कमलेश भारतीय 
हमारे टीवी के साह बहू मार्का धारावाहिकों की महारानी और कभी जम्पिंग जैक के नाम से मशहूर एक्टर  जितेंद्र की बेटी एकता कपूर  को कोर्ट ने बुरी तरह से फटकार लगाते कहा है कि आप देश की युवा पीढ़ी के दिमाग को प्रदूषित कर रही हैं । एकता कपूर ने कथित रूप से सैनिकों को अपमानित करने और उनके परिवारजनों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए अपने खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को अदालत में चुनौती दी थी ! मामले की सुनवाई करते न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी और न्यायमूर्ति सीटी रविकुमार की पीठ ने कहा कि एकता कपूर देश की युवा पीढ़ी के दिमाग को प्रदर्शित कर रही है ! 
ध्यान दिला दूं कि एकता कपूर पर वेब सीरीज 'थ्री एक्स' में सैनिकों पर आपत्तिजनक सामग्री दिखाने का आरोप है । यह वेब सीरीज एकता कपूर के ओटीटी मंच पर दिखाई गयी थी । पीठ का कहना है कि इस बारे में कुछ करना होगा । इस देश के युवा वर्ग के दिमाग को आप अपने इस तरह के कार्यक्रम से प्रदूषित कर रही हैं । ओटीटी सामग्री सभी के लिए उपलब्ध है । आप लोगों को किस प्रकार का विकल्प दे रही हैं ? वैसे एकता कपूर की ओर से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि यह मामला पटना हाईकोर्ट में दायर किया गया था लेकिन वहां इसकी जल्द सुनवाई मुश्किल है । रोहतगी का कहना था कि ओटीटी पर सामग्री को 'सब्सक्रिप्शन' लेकर ही देखा जा सकता है । देश में सामग्री चुनने की स्वतंत्रता है । इस पर पीठ ने हैरानी जताते कहा कि आप किस तरह का विकल्प लोगों को दे रहे हो ? हर बार आप अदालत में आते हैं । हमें यह ठीक नहीं लगता । हम ऐसी याचिका दायर करने पर आपसे हर्जाना वसूल करेंगे ! आप अपनी मुवक्किल को बता दें कि पैरवी के लिए अच्छे वकीलों को तय कर सकती हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि यह अदालत उन लोगों के लिए नहीं है जिनकी आवाजें नहीं हैं ! न्यायधीशों ने कहा कि अदालत बेजुबान लोगों के लिए है । जिन लोगों के पास सभी प्रकार की सुविधाएं हैं अगर उन्हें न्याय नहीं मिल सकता तो सामान्य लोगों की स्थिति के बारे में सोचें ! 
टीवी सीरियल्ज में आंसू मार्का और रिश्तों को तार तार कर देने वाले धारावाहिक बनाने वाली महारानी एकता कपूर पहली बार इस तरह विवाद में नहीं आई हैं । ओटीटी पर आपत्तिजनक सामग्री को लेकर पहले भी कुछ विवाद सामने आते रहे हैं । ओटीटी पर सामग्री को लेकर सेंसरशिप से जुड़े कड़े नियम लागू करने की मांग भी उठती रही है । पिछले कुछ वर्षों में सिनेमा की बजाय ओटीटी मंच की लोकप्रियता बढ़ी है तो इस मंच पर गंभीरता से और बहुत ही सोच कर सामग्री शेयर करनी चाहिए । सिनेमा का विकल्प बनता जा रहा है ओटीटी मंच । 
एकता कपूर के धारावाहिकों पर देश की महिलाएं कोई विकल्प न होने पर इन्हें देखती आ रही थीं । अब तो हद तब हो गयी जब देश के रक्षकों पर ही आ गयीं ! कुछ तो अच्छा और बड़ा सोचिये एकता कपूर ! यह देश है अलबेलों का , मस्तानों का न कि ऐसे रिश्तों को तार तार कर देने वाले धारावाहिकों का ! कुछ अच्छा दिखाइए । सचमुच क्या विकल्प दे रही हैं आप ? जरा सोचिये ! सच कहा पीठ ने कि अच्छा वकील कर सकती हैं लेकिन लोगों की आवाज नहीं दबा सकतीं आप ! 
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।