65 दिन बाद भी सुपवा के शिक्षकों की कोई सुनवाई नहीं
रोहतक, गिरीश सैनी। पिछले 65 दिनों से वेतनमान व पदोन्नति की माँगों को लेकर प्रदर्शनरत पीएलसी सुपवा के प्राध्यापकों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। शिक्षक संघ के प्रधान इंद्रनील घोष ने कहा कि 65 साल से ऊपर ग़ैर विशेषज्ञ एवं असंगत नियुक्तियों को विशेष लाभ दिए जा रहे हैं।
शिक्षकों जितेंद्र शर्मा, विनय कुमार, अजय बाहू, दुष्यंत, देवाशीष रॉय, सुधीर तिरंगा, अनिल कुमार, दीप्ति खुराना, केशव कुमार, अजय सिंह अनुराधा मजूमदार, शरद, महेश टीपी, सुप्री, अली ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने शिक्षक प्रतिनिधिमंडल को एक महीने के अंदर तमाम शिक्षकों की यूजीसी वेतनमान, सातवें सीपीसी और पदोन्नति जैसी मांगों का निवारण होने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक भी कुछ नहीं हुआ है। शिक्षक संघ ने कहा कि इस मामले में कुलपति को भ्रमित किया जा रहा है तभी तो किसी अधिकारी की जिम्मेदारी तय करके उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही। शिक्षकों ने पीड़ा से कहा कि अमृत काल में नियमित शिक्षकों को अन्याय और असमानता का विष पीना पड़ रहा है जबकि सेवानिवृत्त, ग़ैर विशेषज्ञ एवं असंगत नियुक्तियों को विशेष लाभ दिए जा रहे हैं और नियमित शिक्षकों को यूजीसी वेतनमान और पदोन्नति से मरहूम किया जा रहा है।
शिक्षक संघ ने जोर देकर कहा है कि राज्यपाल व प्रदेश सरकार इस मामले का संज्ञान लेकर शिक्षकों की मांगों का जल्दी से निवारण करें और जो अधिकारी इनके लिए दोषी है उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए।