प्रदर्शन के 99वे दिन बीतने के बाद भी सुपवा शिक्षकों को अपनी मांगों के समाधान का इंतजार

प्रदर्शन के 99वे दिन बीतने के बाद भी सुपवा शिक्षकों को अपनी मांगों के समाधान का इंतजार

रोहतक, गिरीश सैनी। यूजीसी वेतनमान, सातवें सीपीसी और पदोन्नति की मांग को लेकर सुपवा के प्राध्यापकों का विमर्श प्रदर्शन मंगलवार को 99वे दिन पूरा कर गया, लेकिन शिक्षकों को अब भी समाधान का इंतजार है। शिक्षक संघ के अध्यक्ष इंद्रनील घोष कहते हैं कि विश्वविद्यालय का प्रशासन आखिरकार क्यों निदेशालय के आदेश की अवहेलना करते हुए नौ माह पहले आए यूजीसी वेतनमान 7वें सीपीसी संबंधी सरकारी आदेश को लागू नहीं कर रहा है। शिक्षक बार-बार विवि प्रशासन को नियमों पर चलने की सलाह दे रहे हैं ताकि प्रशासनिक एवं शैक्षणिक माहौल को सकारात्मक एवं पारदर्शी बनाया जाए। लेकिन इसके उलट प्राध्यापकों को डराया धमकाया जा रहा है।

शिक्षक संघ का कहना है कि पुनः पद किए गए असिस्टेंट प्रोफेसरों को सातवें वेतन आयोग के अनुरूप योग्य (10 सीपीसी) घोषित किए जाने के बावजूद भी लंबे समय से नए आदेश के अनुसार वेतन नहीं दिया जा रहा। विश्वविद्यालय में नियमों और प्रक्रियाओं का हनन हो रहा है, जिससे कर्मठ प्राध्यापकों पर सीधे शैक्षणिक एवं मानसिक असर पड़ रहा है।

विमर्श प्रदर्शन के 99वें दिन सुपवा शिक्षक संघ ने एकमत से कहा कि विश्वविद्यालय में नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए शिक्षकों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। शिक्षक संघ ने कुलाधिपति एवं कुलपति से गुहार लगाई कि इस मामले में संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई की जाए ताकि शिक्षकों के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ को रोका जा सके ।