दो माह से अधिक बीतने पर भी सुपवा के प्राध्यापकों को कोई राहत नहीं, प्रदर्शन जारी
रोहतक, गिरीश सैनी। वेतनमान व पदोन्नति को लेकर 67 दिनों से प्रदर्शनरत पीएलसी सुपवा के प्राध्यापकों ने कहा कि वह अपने मूल अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, कोई भीख नहीं मांग रहे।
शिक्षक संघ के अध्यक्ष इंद्रनील घोष ने कहा कि विवि प्रशासन ने अपनी आंखें बंद कर ली है। रजिस्ट्रार ने एचफुक्टो और शिक्षक संघ की मीटिंग के दौरान मांगों के निराकरण के लिए एक महीने का समय मांगा था, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि दो माह से अधिक बीत जाने के बाद भी कुछ निवारण नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि शैक्षणिक और प्रोफेशनल योग्यता रखने के बावजूद भी कला विश्वविद्यालय के शिक्षकों को यूजीसी के अनुसार वेतनमान नहीं दिया जा रहा और उन्हें सातवें वेतन आयोग के लाभ भी नहीं दिए जा रहे हैं। शिक्षक संघ का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार नियमित प्राध्यापकों के मूलभूत अधिकारों और सर्विस बेनिफिट की अनदेखी कर रहा है। पिछले 12 सालों से वेतन विसंगति को दूर नहीं किया गया और बिना किसी पदोन्नति के शिक्षकों के करियर को रोक दिया गया है। संघ ने कहा कि जब तक शिक्षकों की यूजीसी वेतनमान व 7वें सीपीसी की मांगे पूरी नहीं होंगी, तब तक विमर्श प्रदर्शन जारी रहेगा।