एक्स सीपीएस रण सिंह मान ने अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग को बताया वाजिब
किसान नेता राजू मान बोले - पेट्रोलियम कंपनियां मालामाल, किसान बेहाल।
चरखी दादरी, गिरीश सैनी। प्रदेश के पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रणसिंह मान ने गांव जावा में किसान कांग्रेस के घर-घर कांग्रेस अभियान के दौरान अहीर रेजीमेंट के गठन की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि ये किसी का हक मारने के लिए नहीं, बल्कि अपनी पहचान की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेरोजगारों को अग्निवीर योजना थमाकर छलने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में दो लाख से ज्यादा पद रिक्त हैं, लेकिन प्रदेश की गठबंधन सरकार भी मोदी सरकार के नक्शे कदम पर चलते हुए स्थाई रोजगार देने की बजाए कौशल रोजगार निगम के माध्यम से अस्थाई नौकरी का झुनझुना युवाओं को थमा रही है। उन्होंने ग्रामीणों से 9 फरवरी को चरखी दादरी की अनाज मंडी में होने वाली जन आक्रोश रैली में बढ़ चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।
इस मौके पर किसान नेता राजू मान ने कहा कि अप्रैल 2011 में केंद्र में यूपीए सरकार के समय कच्चे तेल की कीमत जब अंतरराष्ट्रीय मार्केट में 115 डॉलर प्रति बैरल थी तो पेट्रोल के दाम उस वक्त करीब 58 रुपए और डीजल के दाम 41 रुपए थे। आज कच्चे तेल की कीमत लगभग 80 डॉलर प्रति बैरल होने के बाद भी पेट्रोल 97.39 रुपए और डीजल 90.25 रुपए प्रति लीटर है। कच्चे तेल की कीमत कम होने के बावजूद आम जन को राहत नहीं दी जा रही है, बल्कि तेल कंपनियां मालामाल हो रही हैं।
इस दौरान हीरा सिंह, पूर्व सरपंच महेंद्र सिंह, डॉ वीरेंद्र सिंह, एडवोकेट जयप्रकाश, पूर्व पार्षद अशोक यादव, पूर्व सरपंच सहीराम यादव, अजीत सिंह, ओमप्रकाश, रामकुमार, रामचन्द्र हवलदार, उमेद सिंह, अनिल, राजपाल, भीम सिंह, प्रधान राजकुमार, विजय सिंह, शीलवन्त, रामकिशन शर्मा, सूबे सिंह नंबरदार, सतीश नंबरदार, मास्टर रवींद्र, धर्मेंद्र, रामनिवास, हंसराज समेत अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।