`विश्व हिंदी दिवस’ के उपलक्ष्य में आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन 

`विश्व हिंदी दिवस’ के उपलक्ष्य में आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन 

चंडीगढ़, 20 जनवरी, 2025: आज ‘विश्व हिंदी दिवस’ के उपलक्ष्य में हिंदी-विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ तथा बैंक ऑफ़ बड़ौदा के संयुक्त तत्वाधान में आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में विभाग के शोधार्थियों, एम.ए. के  विद्यार्थियों तथा अनुवाद-डिप्लोमा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। 

कार्यक्रम का आरंभ हिंदी-विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० अशोक कुमार द्वारा सभी के औपचारिक स्वागत से हुआ।कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के रूप में उर्दू-विभाग के अध्यक्ष डॉ. अली अब्बास तथा संस्कृत विभाग से  डॉ. तोमीर शर्मा मौजूद रहे। साथ ही, बैंक ऑफ़ बड़ौदा के अधिकारी प्रोमिला गोयत (मुख्य प्रबंधक राजभाषा, अंचल कार्यालय) तथा अंकेश कुमारी (क्षेत्रीय प्रबंधक, राजभाषा, क्षेत्रीय कार्यालय, चंडीगढ़) भी उपस्थित थे। 

प्रोमिला गोयत ने प्रतियोगिता के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदीभाषा को बढ़ावा देना तथा प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों में वाक् कौशल को प्रोत्साहन देना ही इसका उद्देश्य है। 

प्रतिभागियों में शामिल थे एम.ए. द्वीतीय वर्ष के अभिषेख पाण्डे, पूजा शर्मा,नेहा, रचना, पवन; एम.ए। प्रथम वर्ष के काजल, हिमांशु, श्वेता, अनुवाद-डिप्लोमा के मुकेश; शोधार्थी समुन, किरन, ऋषभ, राहुल, विशाल सिंह बंगा, प्रियंका तथा राहुल कुमार। 

प्रतिभागियों ने विश्व हिंदी दिवस, प्राकृतिक आपदा, सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव, साइबर क्राइम, व्यायाम और स्वास्थ्य, मेरी पहली ट्रेन यात्रा, संयुक्त तथा एकल परिवार, अपने शहर की विशेषताएँ, प्रदूषण, सोशल मीडिया के सकारात्मक पहलू, डिजिटल बैंकिंग, ग्लोबल वॉर्मिंग, जीवन की प्रेरणात्मक घटना जैसे कई प्रासंगिक, रोचक तथा उपयोगी विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। बैंक के अधिकारियों ने बैंक संबंधी जानकारियाँ साझा की। उन्होंने मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल फ़्रौड, डिजिटल अरेस्ट के प्रति सतर्कता आदि पर चर्चा की। हिंदी भाषा के प्रचार तथा प्रसार के प्रति बैंक ऑफ़ बड़ौदा की प्रतिबद्धता को भी सभी के सामने रखा। इसके पश्चात् निर्णय घोषित किया गया। 

प्रथम पुरस्कार पवन शर्मा (एमए द्वीतीय वर्ष), द्वीतीय पुरस्कार ऋषभ (शोधार्थी), तृतीय पुरस्कार एमए द्वीतीय वर्ष की पूजा तथा सांत्वना पुरस्कार राहुल कुमार(शोधार्थी) और राहुल (शोधार्थी) को प्रप्त हुआ।  

अंत में विभागाध्यक्ष प्रो० अशोक कुमार ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों में आत्मविश्वास तथा वाक-कौशल हेतु विशेष अवसर प्रदान करता है जिसका सभी को लाभ उठाना चाहिए। कार्यक्रम का मंच-संचालन शोधार्थी राहुल कुमार ने किया।