ल्यूकेमिया के निदान और प्रबंधन पर विस्तार व्याख्यान आयोजित

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के जेनेटिक्स विभाग में क्रोनोलॉजिकल जेनेटिक अपडेट 2024-25 लेक्चर सीरिज के तहत- ल्यूकेमिया के निदान और प्रबंधन में आणविक साइटोजेनेटिक्स की भूमिका विषय पर विस्तार व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
एम्स, नई दिल्ली के साइंटिस्ट और विभाग के एलुमनस डा. सुरेन्द्र के. सहरावत ने बतौर विशेषज्ञ वक्ता यह व्याख्यान दिया। उन्होंने ल्यूकेमिया की जांच, निदान और रोग का निदान करने में कई नैदानिक पद्धतियों की प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभिन्न प्रकार के ल्यूकेमिया में गुणसूत्र संबंधी असामान्यताओं की पहचान सहित विविध चिकित्सीय संदर्भों में साइटोजेनेटिक और आणविक साइटोजेनेटिक प्रक्रियाओं के लाभों पर जोर देते हुए कहा कि प्रारंभिक निदान से शीघ्र हस्तक्षेप की सुविधा मिलती है, रोग का निदान बेहतर होता है और विभिन्न कैंसरों में व्यक्तिगत उपचार की सुलभता मिलती है।
विभागाध्यक्षा प्रो. मीनाक्षी वशिष्ठ ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। प्राध्यापक डा. मुकेश तंवर ने वक्ता का परिचय दिया और कार्यक्रम के अंत में आभार जताया। इस दौरान प्रो. संतोष तिवारी, रितु यादव, और डॉ. नीलम सेहरावत और डॉ. विजय कुमार (एचओडी बायोकेमिस्ट्री) सहित शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।