सॉफ्ट कंप्यूटिंग एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर संचालित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम संपन्न

सॉफ्ट कंप्यूटिंग एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर संचालित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम संपन्न

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में - सॉफ्ट कंप्यूटिंग एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर संचालित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम संपन्न हो गया।

यूआईईटी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन तथा अटल एकेडमी के तत्वावधान में आयोजित इस एफडीसी प्रोग्राम में प्रतिभागियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा रोबोटिक्स बारे नवीनतम ज्ञान और कौशल की व्यावहारिक जानकारी प्रदान की गई।

समापन सत्र में एमडीयू के डीन आर एंड डी प्रो. अरुण नंदा, पीजीआईएमएस के मानसिक स्वास्थ्य विभाग के डॉ. विनय रावत व डॉ. पुरूषोत्तम तथा डॉ. गुंजन भारद्वाज ने विशेष तौर पर शिरकत की। यूआईईटी निदेशक प्रो. युद्धवीर सिंह ने समापन सत्र की अध्यक्षता की। डीन प्रो. अरुण नंदा ने इस एफडीपी के आयोजन के लिए यूआईईटी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने विश्वास जताया कि इस एफडीपी से प्राप्त ज्ञान और कौशल का लाभ प्रतिभागियों को शिक्षण एवं शोध कार्य में मिलेगा। डॉ. पुरुषोत्तम ने की-नोट एड्रेस में तनाव प्रबंधन का मूल मंत्र दिया।

समापन सत्र से पूर्व सुबह ऑप्टिमाइजेशन टेक्निक्स विषय पर प्रैक्टिकल सत्र का आयोजन किया गया। रिसोर्स पर्सन डॉ. पूनम सिंघल ने इस हैंड्स ऑन प्रैक्टिकल सत्र का संचालन करते हुए प्रतिभागियों को विभिन्न आप्टिमाइजेशन टेक्नीक्स से अवगत कराया और इनकी उपयोगिता बारे व्यावहारिक जानकारी दी। इस कार्यक्रम की कोआर्डिनेटर डॉ. नेहा खुराना ने कार्यक्रम का समन्वयन किया। डॉ. नेहा खुराना ने बताया कि इस एफडीसी में देशभर से 250 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस दौरान मडूटा प्रधान डॉ. विकास सिवाच, यूआईईटी के प्राध्यापक डॉ. चंचल हुड्डा, डॉ. कविता समेत अन्य प्राध्यापक एवं प्रतिभागी मौजूद रहे।