खाद और मुआवजे के लिए तरसे किसान, फसल बीमा योजना के नाम पर लूट रही कंपनियाः पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा

कहा, मुख्यमंत्री और विज के बीच टकराव में कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं का हुआ बंटाधार।

खाद और मुआवजे के लिए तरसे किसान, फसल बीमा योजना के नाम पर लूट रही कंपनियाः पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा

रोहतक, गिरीश सैनी। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि बीजेपी-जेजेपी ने किसानों को एमएसपी, खाद और मुआवजे के लिए तरसा दिया है। एक बार फिर किसानों को कड़कड़ाती ठंड के बीच खाद की लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है। क्योंकि सरकार जरूरत के मुताबिक खाद की सप्लाई करने में नाकाम साबित हुई है। उधर, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर एक बार फिर किसानों के साथ करोड़ों रुपए का घपला हुआ है। क्लस्टर-2 के 7 जिलों करनाल, अंबाला, हिसार, गुरुग्राम, जींद, महेंद्रगढ़ और सोनीपत के किसानों से बीमा प्रीमियम तो काट लिया गया, लेकिन उनका बीमा ही नहीं किया गया। अब किसान मुआवजे के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। इतना ही नहीं धान सीजन के दौरान आढ़ती और मजदूरों का करीब 500 करोड़ रुपया भी अभी तक सरकार ने नहीं दिया है।

बुधवार को रोहतक में कई निजी कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे हुड्डा ने  पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में ऐसा लग रहा है मानो सरकार नाम की चीज ही नहीं है। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य व गृह मंत्री अनिल विज आपसी खींचतान में व्यस्त हैं, इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि यह सरकार लोगों को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम है। हरियाणा महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्य बन गया है। स्वास्थ्य सेवाएं भी पूरी तरह चरमराई हुई हैं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी इन दिनों खोखले प्रचार और विज्ञापनों में नजर आती है। धरातल से ये पार्टियां साफ हो चुकी हैं। जबकि कांग्रेस जन-जन तक पहुंचने में कामयाब रही है। कांग्रेस की नीतियां लोगों को प्रभावित कर रही हैं। इसलिए जनता ने प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का मन बना लिया है।