फिरोजपुर जिले ने एक साल में जीते तीन नेशनल स्कॉच अवार्ड
बेहतरीन परफार्मेंस के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त हुई ख्याति
फिरोजपुर: डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद की अगुवाई में फिरोजपुर जिले ने एक साल में तीन नेशनल अवार्ड हासिल करके नया कीर्तिमान स्थापित किया है। बहुप्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड प्रतियोगिता में फिरोजपुर जिले को पोषण अभियान, स्किल डवलपमेंट और स्मार्ट स्कूल प्रोजेक्ट में बेहतरीन परफार्मेंस के लिए अवार्ड देकर सम्मानित किया गया है। डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद ने तीन-तीन क्षेत्रों में अवार्ड मिलने का श्रेय जिला प्रशासन की समूची टीम को दिया है, जिन्होंने संबंधित क्षेत्रों में दिनरात काम करके ये मुकाम हासिल किया है।
डिप्टी कमिश्नर चंद्र गैंद ने बताया कि फिरोजपुर जिले को पोषण अभियान में किए गए कार्यों के लिए स्कॉच सिल्वर मैडल देकर नवाजा गया। सितंबर महीने में फिरोजपुर जिले में खास तौर पर पोषण माह मनाया गया था, जिसमें महिलाओं के लिए पोषण बगीचियों के निर्माण समेत कई तरह के कदम उठाए गए। इसी तरह जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम हुए। फिरोजपुर जिले में लगभग 20 करोड़ रुपए की लागत से 200 से ज्यादा नए आंगनबाड़ी सेंटर्स का निर्माण किया जा रहा है। इसी तरह स्किल डवलपमेंट के क्षेत्र में भी फिरोजपुर का प्रदर्शन शानदार रहा है। सिर्फ एक साल में स्किल डवलपमेंट मुहिम के तहत 6000 युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित ट्रेनिंग देकर उन्हें रोजगार के लायक बनाया गया है। स्किल डवलपमेंट की ट्रेनिंग के बाद इन युवाओं को अच्छी नौकरियां भी दिलाई गई हैं और बड़ी तादाद में युवाओं को स्वःरोजगार के क्षेत्र में खड़े होने के लिए मदद मुहैया करवाई गई है। फिरोजपुर में स्किल डवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए दस नए सेंटर्स भी खोले जा रहे हैं।
इसी तरह स्मार्ट स्कूल प्रोजेक्ट में बेहतरीन परफार्मेंस के लिए स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट अवार्ड से नवाजा गया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्कीमों व सीएसआर प्रोग्राम के तहत जिले में शिक्षा कार्यों व स्कूलों पर करीब 17 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें क्लास रूम से लेकर स्कूल का पूरा कायाकल्प करने का काम शामिल है। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी इस तरह की कोशिशें जारी रहेंगी, साथ ही अधिकारियों को और मेहनत व लगन से कार्य करने के लिए भी कहा। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती कुलविंदर कौर, डिप्टी डी.ई.ओ. सुखविंदर सिंह और जिला योजना बोर्ड अधिकारी संजीव मैनी भी उपस्थित थे।