स्मार्ट विलेज स्कीम के तहत जिले के गांवों के चौतरफा विकास पर खर्चे 33.26 करोड़ रुपएः एडीसी
इंटरलॉकिंग टाइलों, गलियों-नालियों, स्कूलों की मरम्मत समेत विभिन्न प्रोजेक्ट हुए मुकम्मल
फिरोजपुर: स्मार्ट विलेज स्कीम के तहत जिले के गांवों का कायाकल्प करने व चौतरफा विकास करवाने के लिए एक प्रभावशाली मुहिम शुरू की गई है, जिसके तहत पूरे जिले में अब तक 33.26 करोड़ रुपए की राशि गांवों के विकास पर खर्च की जा चुकी है। ये विचार एडीसी (डवलपमेंट) रविंदरपाल सिंह संधू ने स्मार्ट विलेज स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि स्कीम का मकसद गांवों में मूलभूत सुविधाओं को शहरों की तरह बेहतर बनाना और लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लेकर आना है।
उन्होंने बताया कि इस स्कीम के तहत फिरोजपुर जिले की पंचायतों ने 1051 कार्यों को मंजूरी प्रदान की थी। उन्होंने बताया कि साल 2018-19 व 19-20 में आरडीएफ, वित्त कमीशन और मगनरेगा से कुल 41.67 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे, जिसमें से 33.26 करोड़ रुपए गांवों के चौतरफा विकास के लिए स्मार्ट विलेज स्कीम के तहत खर्च किए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि सैंक्शन किए गए कुल 1051 कार्यों में से 1011 कार्य शुरू किए जा चुके हैं, जिसमें से 464 कार्य मुकम्मल भी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि इनमें इंटरलॉकिंग टाइलें लगाना, भवन निर्माण, गलियों-मालियों को पक्का करना, स्कूल की मरम्मत के कार्य शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत फिरोजपुर ब्लॉक में 7.52 करोड़ रुपए की लागत से 64 कार्य मंजूर किए गए थे, जिसमें से 4.66 करोड़ रुपए की लागत से 51 कार्य मुकम्मल हो चुके हैं व बाकी के लंबित कार्य भी तेजी आगे बढ़ रहे हैं। इसी तरह ब्लॉक घल्लखुर्द को 5.50 करोड़ रुपए की लागत से 220 कार्य पास हुए थे, जिसमें से 4.85 करोड़ रुपए की लागत से 212 कार्य चल रहे हैं जबकि 72 कार्य मुकम्मल हो चुके हैं। ब्लॉक गुरुहरसहाय के लिए 12.56 करोड़ रुपए की लागत से 252 कार्य पास हुए थे, जिसमें से 9.73 करोड़ रुपए की लागत से 123 कार्य मुकम्मल हो चुके हैं। ब्लॉक मक्खू के लिए 5.38 करोड़ रुपए की लागत से 297 कार्य पास हुए थे, जिसमें से 4.51 करोड़ रुपए की राशि खर्च करके 118 कार्य मुकम्मल हो चुके हैं। ब्लॉक ममदोट में 6.4 करोड़ रुपए की राशि से 126 कार्य पास हुए थे, जिसमें से जिसमें 5.71 करोड़ रुपए की लागत से 75 काम मुकम्मल कर लिए गए हैं। ब्लॉक जीरा के लिए 4.92 करोड़ रुपए की राशि से 92 कार्य पास हुए थे, जिसमें से 3.52 करोड़ रुपए की राशि खर्च करके 46 कार्य मुकम्मल हो चुके हैं।
डीडीपीओ हरजिंदर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह की अगवाई में पंजाब सरकार की तरफ से गांवों के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही और न ही ग्रामीण इलाकों के चौतरफा विकास के लिए फंड्स की कोई कमी है। उन्होंने बताया कि सभी प्रोजेक्ट समयबद्ध तरीके से पूर्ण किए जा रहे हैं, जिससे गांवों की नुहार पूरी तरह से बदल रही है।