पर्व-त्यौहार समाज को देते सामाजिक सद्भाव, अमन-शांति-भाईचारे का संदेशः कुलपति प्रो राजबीर सिंह
एमडीयू में तीज महोत्सव पर हरियाणवी व्यंजनों, झूलों और लोक नृत्यों की रही बहार।
रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाली तीज का लोक पर्व शनिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) में हर्ष, उल्लास, उत्साह पूर्वक मनाया गया। विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण कार्यालय के तत्वाधान में तीज पर्व पर शानदार हरियाणवी व्यंजनों की बहार, झूले झूलने की मस्ती तथा गीत संगीत नृत्य का समागम रहा।
एमडीयू के गुलाब उद्यान वाटिका में आयोजित तीज महोत्सव में कुलपति प्रो राजबीर सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कुलपति प्रो राजबीर सिंह ने कहा कि भारत उत्सवों-त्योहारों का देश है। इन पर्व-त्यौहार के माध्यम से सामाजिक सद्भाव, अमन-शांति-भाईचारा का संदेश समाज-देश में मुखरित होता है। कुलपति ने विद्यार्थियों से गीत-संगीत-साहित्य-संस्कृति की गतिविधियों में भाग लेने का आग्रह किया ताकि उनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास हो सके। कुलपति ने विश्वविद्यालय के छात्र एवं युवा कल्याण टीम को इस कार्यक्रम के लिए हार्दिक बधाई दी।
तीज महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन निदेशक युवा कल्याण डॉ जगबीर राठी ने किया। तीज महोत्सव कार्यक्रम का संयोजन डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो रणदीप राणा ने किया। प्रो रणदीप राणा ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम आयोजन सहयोग सहायक निदेशक युवा कल्याण डॉ प्रताप राठी ने दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिष्ठित लोक गायक सोमवीर कथूरवाल तथा लोकप्रिय गायक डॉ सौरभ वर्मा ने शानदार मधुर गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में हरियाणवी समूह लोक नृत्यों की बहार रही। विश्वविद्यालय संगीत विभाग तथा संबद्ध महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने गीत-संगीत-नृत्य आइटम्स में भाग लिया।
डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो सुरेंद्र कुमार ने सांस्कृतिक आयोजनों के महत्व तथा समाज-राष्ट्र में पर्व-त्योहार की महत्ता पर प्रकाश डाला। आभार ज्ञापन भी प्रो सुरेंद्र कुमार ने किया। डीन, सीडीसी प्रो ए एस मान, चीफ वार्डन (गर्ल्स) प्रो सपना गर्ग, डीन ह्यूमैनिटीज एंड आर्ट्स प्रो विमल सिंह, डिप्टी चीफ वार्डन डॉ प्रतिमा समेत प्राध्यापक गण, स्टाफ सदस्य विशेष रूप से उपस्थित रहे। सहायक प्रोफेसर रवि प्रभात ने तीज महोत्सव की पृष्ठ भूमि से उपस्थित जन को अवगत कराया।
तीज महोत्सव कार्यक्रम में उपस्थित जन ने झूलों पर पींगे डाली। छात्राओं-महिलाओं ने हाथों पर मेहंदी लगवाई। कार्यक्रम में प्रसाद स्वरूप गुलगुले-सुहाली वितरित की गई। तीज महोत्सव कार्यक्रम का समापन शानदार हरियाणवी समूह लोक नृत्य से हुआ। कार्यक्रम मधुर यादें छोड़ गया।