कुछ शब्द सशक्त नारियों को समर्पित
युग त्रेता हो या सत्युग
युग द्वापर हो या कलयुग
युग कोई भी आये
मैं अडिग नारी हूं
हर युग में श्रेष्ठ
मैं भारतीय नारी हूँ
गंगाजल की भाँति पावन हूँ
तीव्र गर्मी में बरसता सावन हूँ
मैं सशक्त नारी हूँ
हर क्षेत्र में श्रेष्ठ
मैं भारतीय नारी हूँ
( ललित बेरी)