पैकेज मानवीय संवेदना और गरीबों के लिए चिंता को दर्शाता हैः शरद कुमार सराफ, फियो अध्यक्ष

वित्त मंत्री द्वारा आज घोषित पैकेज पर टिप्पणी 

पैकेज मानवीय संवेदना और गरीबों के लिए चिंता को दर्शाता हैः शरद कुमार सराफ, फियो अध्यक्ष

लुधियाना: वित्त मंत्री द्वारा आज घोषित पैकेज पर टिप्पणी करते हुए फियो के अध्यक्ष श्री शरद कुमार सराफ ने कहा कि मेडिकल, पैरामेडिकल्स, सफाई कर्मी आदि जो कोविड19 के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे हैं, उन्हें  50 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा कवर दिया गया जो उनकी निस्वार्थ सेवाओं के लिए क्षतिपूर्ति के रूप में नहीं दी गई है बल्कि यह कवर उन्हें इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।

सरकार की इस घोषणा से कि कर्मचारी के ईपीएफ अंशदान (12%) और नियोक्ता (12%) का भुगतान भारत सरकार द्वारा अगले 3 महीनों के लिए किया जाएगा। यह सुविधा उन इकाइयों के लिए है जहां 100 से कम कर्मचारी है और जिसके 90 फीसदी कर्मचारी 15,000 से कम कमाते है। इस फैसले से कुछ एमएसएमई इकाइयों को राहत मिलेगी और उन पर बोझ कम पड़ेगा। हालाँकि श्री सराफ ने कहा कि इस सुविधा में 500 श्रमिकों तक की सभी इकाइयों को शामिल किया जाना चाहिए, जो बिना किसी अन्य शर्त के हों।

पीएफ की 75% तक की शेष राशि या तीन महीने की मजदूरी के बराबर, जो भी कम हो, को निकालने की सुविधा दी गई है जिससे लोगों की नकदी की कमी दूर होगी और संकट की घड़ी में उन्हें इससे मदद मिलेगी।

फियो अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण कल्याण योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को अतिरिक्त 5 किलो गेहूं/ चावल मिलेगा और 1 किलो दाल अगले 3 महीनों के लिए पूरी तरह से मुफ्त में दी जाएगी, इस प्रकार उन लोगों को भोजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी जो राष्ट्रव्यापी लाकडाउन के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इसी तरह  समाज के विभिन्न प्रभावित कमजोर वर्गों को सीधे नकद हस्तांतरण का लाभ समय की जरूरत है।

श्री सराफ ने कहा कि वह पूरे दिल से पैकेज का समर्थन करते हैं,  हालांकि वे उद्योग के लिए समान समर्थन पैकेज की उम्मीद कर रहे हैं, विशेष रूप से निर्यातकों, जो कोविड19 से प्रभावित समुदायों में से एक हैं। क्योंकि वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए उनके आर्डर के रद्द होने की बाढ़ आ गई है।