बुजुर्ग महिलाओं के सम्मान और स्वास्थ्य व मानसिक समस्याओं पर फोकस: सुनीला सिंह
-कमलेश भारतीय
हिसार: मेरा फोकस बुजुर्ग महिलाओं को सम्मान देने के साथ साथ उनके स्वास्थ्य व मानसिक समस्याओं पर फोकस करना, यही 'वीरांगना' का मूल उद्देश्य है। यह कहना है वीरांगना की संस्थापिका और संस्था में गुरु मां के रूप में संबोधित की जाने वाली सुनीला सिंह का। वे सेक्टर पंद्रह में रहती हैं और आजाद नगर में पिछले सताइस साल से होली माइंड हाई स्कूल चला रही हैं। हाल ही में जिंदल स्टेनलेस के तुलसी सभागार में वीरांगना के वार्षिक समारोह में मुलाकात भी हुई और संस्था की गतिविधियों की जानकारी भी मिली।
-मूल रूप से कहां से हैं?
-मेरा मायका हिसार ही है और ससुराल बर्की खेड़ी।
-कितनी शिक्षा ?
-एम ए संगीत (गायन) तक। बीए की जाट महाविद्यालय में तो एम ए संगीत महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक से प्राइवेट।
-काॅलेज में पढ़ते समय कोई शौक?
-गायन, पंजाबी डांस, थियेटर आदि सब में भाग लिया और अनेक पुरस्कार जीते।
-वीरांगना संस्था बनाने का आइडिया कब आया?
-कोरोना काल में जबकि चलाया बाद में हालात ठीक होने पर। तीन साल हो गये इसे अब।
-कितनी सदस्यायें हैं?.
-चालीस।
-आगे क्या लक्ष्य?
-वही बुजुर्ग महिलाओं की मानसिक व स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर कर सकूं।