एमडीयू में मूक-बधिर जन को समर्पित फूड स्टार्ट अप डैफेटेरिया का शुभारंभ
रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर इनोवेशन, इन्क्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (सीआईआईई) के तत्वावधान में पहला फूड स्टार्टअप- डैफेटेरिया का शुभारंभ आईएचटीएम में हुआ।
एमडीयू की छात्रा पदमाजय, एलुमनाई मंदीप तथा साहिल द्वारा सृजित इस फूड स्टार्टअप-डैफेटेरिया का उद्घाटन भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर ने बतौर मुख्यातिथि किया। एफएसएसएआई, भारत सरकार की सलाहकार डा. अलका राव इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रही तथा कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस फूड स्टार्ट अप के मेंटर निदेशक आईएचटीएम प्रो. आशीष दहिया तथा मार्गदर्शन सीआईआईई निदेशक प्रो. राहुल ऋषि हैं।
विशेष रूप से मूक-बधिर जन को समर्पित इस स्टार्ट अप की संकल्पना इमसॉर में बिजनैस साइकोलोजी की छात्रा पदमाजय ने की है। फूड स्टार्टअप की कार्ययोजना आईएचटीएम एलुमनाई साहिल तथा मंदीप की है। उल्लेखनीय है कि डैफेटेरिया एक डबल डेकर बस (फूड ट्रक) है, जिसमें स्वादिष्ट एवं पौष्टिक व्यंजन परोसे जाएंगे। मूक बधिर जन को इस कार्य योजना के तहत रोजगार दिया गया है।
मुख्य अतिथि भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर ने कहा कि हाशिये के समाज, दिव्यांगजन, मूक-श्रवण बाधित व्यक्तियों को मुख्यधारा में लाने के लिए सक्रिय प्रयास जरूरी है। डैफेटेरिया की स्थापना इस दिशा में सार्थक पहल है। विशिष्ट अतिथि डा. अलका राव ने कहा कि डैफेटेरिया-फूड स्टार्टअप एक अनूठी पहल है। राष्ट्र ही नहीं, पूरे विश्व में शायद ऐसा ये पहला प्रयास है। उन्होंने एमडीयू प्रशासन को इस कल्याणकारी पहल के लिए सराहा।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि आज उद्यमिता स्वरोजगार का गुण है। ये फूड स्टार्टअप दूसरे विद्यार्थियों तथा एलुमनाई को एंटरप्रेन्योरशिप के लिए प्रेरित करेगा। विशेष रूप से मूक बधिर जन का ध्यान रखने के लिए उन्होंने स्टार्ट अप टीम की करुणामय पहल को सराहा। कुलपति ने कहा कि एमडीयू एंटरप्रेन्योरशिप इकोसिस्टम विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि डैफेटेरिया का शुभारंभ समावेशी समाज की स्थापना के लिए एमडीयू की ऐतिहासिक पहल है तथा इससे एमडीयू के एनक्लूसीविटी इनीशियटिव का एक नया अध्ययन खुल गया है।
डीन,एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए.एस. मान तथा रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने इस अवसर पर संबोधन किया और इस प्रोजेक्ट की सराहना की। निदेशक आईएचटीएम प्रो. आशीष दहिया ने इस अवसर पर फूड स्टार्टअप बारे बताया। निदेशक सीआईआईई प्रो. राहुल ऋषि ने एमडीयू की इन्नोवेशन-इनक्यूबेशन-एन्त्रोप्रोनियरशिप योजना की जानकारी दी, जिसके तहत यह स्टार्ट अप प्रारंभ किया गया है। आभार प्रदर्शन प्रो. संदीप मलिक ने किया। इस दौरान विवि अधिकारियों, प्राध्यापकों समेत अन्य मौजूद रहे।