किसानों को दिल्ली जाने से रोकने को प्रजातंत्र विरोधी कदम बताया पूर्व सीएम हुड्डा ने

कहा, किसानों को बिजाई के समय डीएपी, सिंचाई के समय यूरिया व कटाई के समय एमएसपी देने में हमेशा नाकाम रही बीजेपी।

किसानों को दिल्ली जाने से रोकने को प्रजातंत्र विरोधी कदम बताया पूर्व सीएम हुड्डा ने

रोहतक, गिरीश सैनी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने को बीजेपी का प्रजातंत्र विरोधी कदम बताया है। उन्होंने कहा कि किसान की आवाज दबाने की बजाय सरकार को बातचीत कर समाधान निकालना चाहिए।

 

हुड्डा ने रविवार को रोहतक में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बीजेपी किसानों को बिजाई के समय डीएपी, सिंचाई के समय यूरिया और कटाई के समय एमएसपी देने में हमेशा नाकाम साबित हुई है। यही वजह है कि बार-बार अपनी मांगों को लेकर किसानों को आंदोलन करना पड़ता है। लेकिन सरकार किसानों की मांगों को नजरअंदाज कर रही है। पिछली बार आंदोलन खत्म करवाते हुए सरकार ने एमएसपी के लिए बाकायदा एक कमेटी बनाने का ऐलान किया था। लेकिन इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी किसानों के हाथ खाली हैं और वह सरकार को उसका वादा याद दिलाने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं।

 

हुड्डा ने कहा कि सभी को प्रजातंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से कहीं भी आने-जाने या अपनी बात कहने का अधिकार है। लेकिन बीजेपी सरकार किसानों से यह अधिकार छीनना चाहती है। जबकि किसानों ने सरकार की बात मानते हुए बिना ट्रैक्टर-ट्राली के दिल्ली जाने की बात मान ली है। ऐसे में उनको रोकना पूरी तरह अलोकतांत्रिक है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार 24 फसलों पर एमएसपी देने की बात कहती है। जबकि सच्चाई यह है कि हरियाणा में कुल 24 फसलें होती ही नहीं है। और जो फसलें होती हैं, उन पर किसानों को कभी एमएसपी नहीं मिलती।

 

निकाय चुनावों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। बढ़ते अपराध पर चिंता जाहिर करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि 10 साल से प्रदेश में लगातार अपराध और नशा बढ़ता जा रहा है, क्योंकि सरकार अपनी जिम्मेदारी को निभाने में नाकाम रही है। इसलिए आज प्रदेश में हर व्यक्ति खुद को असुरक्षित महसूस करता है। कानून व्यवस्था से लेकर विकास तक हर मोर्चे पर बीजेपी विफल साबित हुई है। इसलिए 10 साल से सत्ता में होने के बावजूद उसके पास गिनवाने के लिए ना कोई काम है और ना ही कोई उपलब्धि।