पूर्व सीएम हुड्डा ने किया रोहतक से कांग्रेस की बड़ी जीत का दावा
किलोई हलके के गांवों में किया पुत्र के लिए प्रचार।
रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि कांग्रेस जो वादा करती है, उसे पूरा करती है। जबकि भाजपा जो कहती है ठीक इसके विपरीत कार्य करती है। देश में संविधान, शिक्षा का अधिकार, राइट टू फूड, राइट टू एजुकेशन, मनरेगा, आरटीआई जैसे अधिकार कांग्रेस ने लागू किए। आईआईटी, आईआईएम, एम्स, हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, औद्योगिक क्रांति, कंप्यूटर क्रांति, आईटी क्रांति, वैक्सीनेशन सब कांग्रेस की देन है और कांग्रेस ने ये सब कार्य सरकार की जिम्मेदारी मानकर किए। जबकि दूसरी तरफ बीजेपी बिना कुछ किए ही जनता के ऊपर हर चीज़ का अहसान जताती है।
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा रविवार को किलोई हलके के टिटौली, खिडवाली, किलोई, बोहर और इस्माइला गांवों में अपने पुत्र व कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र हुड्डा के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित करने पहुंचे थे। लोगों के उत्साह को देखकर उन्होंने रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा की बड़ी जीत का दावा किया। साथ ही उन्होंने तमाम लोगों से आह्वान किया कि अगले दो हफ़्ते जी-जान से मेहनत करनी है। ना सिर्फ खुद और खुद के परिवार को मतदान केंद्र तक लेकर जाना है, बल्कि आस-पड़ोस, गांव व रिश्तेदारों को भी मतदान के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की हार में सबसे बड़ी भूमिका किलोई हलके की होनी चाहिए। इस बार वोट प्रतिशत को बढ़ाना व रिकार्ड मतों से बीजेपी को हराना इलाके का लक्ष्य होना चाहिए। जितने ज्यादा वोट पड़ेंगे बीजेपी उतने ही बड़े अंतर से हारेगी।
इस दौरान हुड्डा ने कहा कि बीजेपी ने किसानों की आय डबल करने का वादा किया, लेकिन इसके विपरीत उसने किसानों की लागत कई गुना बढ़ा दी। बीजेपी ने गरीबों को मकान देने का वादा किया, लेकिन इसके उलट कांग्रेस की 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट आवंटन की स्कीम को ही बंद कर दिया। बीजेपी ने हरियाणा की 63% जनता को गरीबी की दलदल में धकेल दिया। बीजेपी ने कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान देने का वादा किया, लेकिन इसके बजाय कर्मचारियों को पुरानी पेंशन देने से भी इनकार कर दिया। बीजेपी ने नए स्कूल खोलने की बजाय 5000 स्कूलों को बंद कर दिया। इस सरकार ने प्रदेश में कोई भी राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर का शिक्षण संस्थान स्थापित नहीं किया। आज तक इस सरकार ने कोई मेडिकल कॉलेज, कोई बड़ा विश्वविद्यालय स्थापित नहीं किया।
पूर्व सीएम ने कहा कि शिक्षा तंत्र के प्रति बीजेपी का रवैया इस कदर उदासीन है कि पूरे कार्यकाल में उसने जेबीटी की एक भी भर्ती नहीं की। हरियाणा में कर्मचारियों के 2 लाख से ज्यादा पद खाली है, लेकिन चुनाव में भी बीजेपी बेरोजगारी पर बात करने को तैयार नहीं है। जबकि कांग्रेस ने केंद्र में 30 लाख और हरियाणा में 2 लाख से ज्यादा नौकरियां देने का वादा किया। इसीलिए प्रदेश की 36 बिरादरी ने इस सरकार को विदा करने का मन बना लिया है।