दोआबा कालेज में चार वैबीनार सीरीज आयोजित
जालन्धर: दोआबा कालेज के स्नातकोतर पोस्ट ग्रेजुएट जर्नलिज्म व मासकम्यूनिकेशन विभाग द्वारा डाटा जर्नलिज्म फॉर ईन्वेटिगेटिव रिपोर्टिंग विषय पर वैबीनार का आयोजन किया जिसमें डा. उमा शंकर पांडे- जर्नलिज्म विभागध्यक्ष- सुरिंद्र नाथ कॉलेज फॉर विमेन- यूनीवर्सिटी ऑफ कोलकाता ने बतोर रिसोर्सपर्सन डा. सिमरन सिद्धू- विभागध्यक्षा, प्राध्यापकों और 416 पार्टीसिपेंटस को डाटा जर्नलिज्म के आज के दौर में बढ़ते महत्व, विभिन्न डाटा सोर्सिस, डाटा फोरमेटस के एकसेस व उसके विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कोविड-19 के काल में कोविड से सम्बन्धित डाटा पूरे गलोब से इकट्ठा करने के तरीके भी बताए तथा डाटा जर्नल्जिम का रिसर्च के क्षेत्र में बढिय़ा उपयोग गुर बताए।
पोस्ट ग्रेजुएट कम्यूटर साईंस एवं आईटी विभाग द्वारा रोल ऑफ मशीन लर्निंग अलोगीरिथम इन अीर्टीफिशियल इंटैलीजैंस विषय पर वैबीनार का आयोजन किया गया जिसमें डा. अनुराधा चुग-गुरु गोबिंद सिंह इन्द्राप्रस्त यूनीवर्सिटी, नई दिल्ली ने बतौर रिसोर्सपर्सन ने डा. परदीप भंडारी- विभागध्यक्ष, प्राध्यापकों और 90 पार्टीसिपेंटस को विभिन्न अलोगरिथम ऑफ मशीन लर्निंग के प्रेकटिकल आस्पेक्टस, सपोर्ट वेक्टर मशीन, सुपरवाईसड लर्निंग और अनसुपरवाईसड लर्निंग के बारे में जानकारी दी तथा उन्होंने मशीन लर्निंग के तहत आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस का एमाजोन, फलिपकार्ट, फेसबुक में किए जाने के बारे में बताया।
कॉलेज के बाटनी विभाग द्वारा फिजियोलॉजी ऑफ फलावरिंग विषय पर वैबीनार का आयोजन किया गया जिसमें डा. इन्दु शर्मा- एसबीबीएसयू यूनीवर्सिटी, जलन्धर बतौर रिसोर्सपर्सन ने डा. राकेश कुमार-विभागध्यक्ष, प्राध्यापकों व 180 पार्टीसिपेंटस को फलोरिजन एकटीवेशन और वर्मीलाईजेशन फलावरिंग के मैकेनिज्मस को, व एबीसी मॉडल ऑफ फलावर डिवलैपमेंट के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
पोस्ट ग्रेजुएट कैमिस्ट्री विभाग द्वारा ब्रिजिंग टू रैलेमेंस 3डी प्रिंटिंग एंड सुपर हाईड्रोफोबीसिटी विषय पर वैबीनार का आयोजन किया जिसमें डा. गुरप्रीत कौर- पीआर हैब्रियू यूनीवर्सिटी, इसराईल बतौर रिसोर्सपर्सन ने प्रो. के.के. यादव-विभागध्यक्ष, प्राध्यापकों और 80 पार्टीसिपेंटस को 3डी प्रिटिंग व सुपर सुपरहाईड्रोफोबीसिटी के बारे में बताते हुए इस तकनीक के अन्तर्गत कपड़े, जूते, सर्जीकल इकविपमेंटस, पेंटस व कंस्ट्रकशन इंस्टूमेंटस में किए जाने वाले बदलावों के बारे में जानकारी दी तथा उन्होंने प्रिंटिंग माइक्रो स्टेमसेलस द्वारा प्रोस्थेटिक लिबस के बारे में चर्चा की।