एमडीयू में चार वर्षीय बीए संस्कृत आनर्स/बीए आनर्स विद रिसर्च पाठ्यक्रम प्रारंभ

एमडीयू में चार वर्षीय बीए संस्कृत आनर्स/बीए आनर्स विद रिसर्च पाठ्यक्रम प्रारंभ

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के संस्कृत-पालि एवं प्राकृत विभाग में सत्र 2024-2025 से चार वर्षीय बीए संस्कृत आनर्स/बीए आनर्स विद रिसर्च पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया है। इस नूतन पाठ्यक्रम का सृजन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों के तहत किया गया है। 
विभागाध्यक्षा डा. सुनीता सैनी ने बताया कि इस पाठ्यक्रम में एडमिशन प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर दिया जाएगा। इस पाठ्यक्रम में 60 सीटें उपलब्ध हैं। प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीकरण एमडीयू प्रवेश पोर्टल पर 8 जून तक होगा। इस पाठ्यक्रम उपरांत एक वर्षीय एमए पाठ्यक्रम करने के लिए विद्यार्थी पात्र होंगे। 

विभागाध्यक्षा डा. सुनीता सैनी ने बताया कि 12वीं कक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थी या उसके समकक्ष उत्तर मध्यमा/विशारद परीक्षा उत्तीर्ण इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि संस्कृत विषय के स्नातक के लिए कॅरियर के बहु-आयामी विकल्प हैं। भविष्य में संस्कृत विषय में शोध करने के लिए भी ये पाठ्यक्रम बेहतरीन नींव प्रदान करेगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए संस्कृत विभाग से संपर्क किया जा सकता है। 

विभागाध्यक्षा ने बताया कि बीए संस्कृत ऑनर्स में विद्यार्थियों को संस्कृत का विशिष्ट अध्ययन कराया जाएगा। इसमें डिसिप्लिन स्पेसिफिक कोर्स के अंतर्गत संस्कृत गद्य एवं पद्य साहित्य, नाट्य साहित्य, वैदिक साहित्य, उपनिषद साहित्य, संस्कृत व्याकरण, व्यावहारिक संस्कृत, नीति साहित्य, काव्यशास्त्र, भगवद्गीता, योग दर्शन, संस्कृत शास्त्र परंपरा, व प्रमुख भारतीय दर्शनों की तत्व मीमांसा  व प्रमाण मीमांसा का विशिष्ट अध्ययन कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों को माइनर कोर्स, स्किल एनहांसमेंट कोर्स, मल्टी डिसीप्लिनरी कोर्स, वैल्यू एडेड कोर्स तथा एबिलिटी एनहैंसमेंट कोर्स के भी विभिन्न विषय पढ़ाए जाएंगें। बीए संस्कृत ऑनर्स की डिग्री प्राप्त विद्यार्थियों को संस्कृत के विशिष्ट व गहन अध्ययन के कारण संस्कृत के क्षेत्र में करियर बनाने में महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा।

उन्होंने बताया कि बीए संस्कृत ऑनर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थी को एक वर्ष में एमए संस्कृत करने का अवसर प्राप्त होगा। सामर्थ्य के अनुसार विद्यार्थी अन्य विषयों में भी एमए कर सकता है। बीए संस्कृत ऑनर्स विद रिसर्च करने के बाद विद्यार्थी सीधे नेट परीक्षा देने और सीधे पीएचडी करने के पात्र हो जाएंगें। एमडीयू कैंपस में विद्यार्थियों को वरिष्ठ और अनुभवी शिक्षकों से अध्ययन करने का अवसर भी प्राप्त होगा तथा एमडीयू कैंपस में विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध अन्य विशिष्ट सुविधाओं जैसे छात्रावास, पुस्तकालय, विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्तियां आदि के लाभ भी प्राप्त होंगें।