प्रभावी शिक्षण के लिए शिक्षा में तकनीक का समावेश करें भावी शिक्षक: प्रो. ए. एस. मान
रोहतक, गिरीश सैनी। प्रभावी शिक्षण के लिए शिक्षा में तकनीक का समावेश करें भावी शिक्षक। आधुनिक शिक्षा की जरूरतों के अनुसार अपने तकनीकी कौशल में अभिवृद्धि करें। यह उदगार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए. एस. मान ने शिक्षा विभाग द्वारा- न्यू एजुकेटर प्रोग्राम विषय पर आयोजित वर्कशॉप का प्रारंभ करते हुए व्यक्त किए।
डीन, प्रो. ए. एस. मान ने अपने प्रभावी संबोधन में कहा कि आज का युग डिजिटल एजुकेशन का है। तकनीक ने शिक्षा का स्वरूप बदल दिया है। भावी शिक्षकों को शिक्षा के बदलते परिवेश के अनुसार अपने कौशल को विकसित करना होगा। उन्होंने इस कार्यशाला के आयोजन के लिए शिक्षा विभाग को बधाई और शुभकामनाएं दी।
शिक्षा विभाग की अध्यक्षा डा. नीरू राठी ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को एक बेहतर शिक्षक बनने के लिए प्रेरित किया। डा. संदीप सिंह ने बतौर रिसोर्स पर्सन व्याख्यान देते हुए प्रोफेशनल स्किल्स बारे व्यवहारिक जानकारी दी। डा. माधुरी हुड्डा ने आभार जताया। इस दौरान सीसीपीसी निदेशक प्रो. दिव्या मल्हान, निदेशक एलुमनी रिलेशन्स प्रो. सुमित गिल, सीसीपीसी उप निदेशक डा. सविता राठी, शिक्षा विभाग के प्राध्यापक प्रो. जितेंद्र कुमार, डॉ. वनीता रोज, डॉ. ज्योति और प्रतिभागी विद्यार्थी मौजूद रहे।