प्राकृतिक खेती को देश भर में मिशन के रूप में स्थापित करने के लिए छात्राएं आगे आएं - राज्यपाल आचार्य देवव्रत
एमडीयू के कन्या छात्रावास परिसर में किया प्राकृतिक खेती का अवलोकन।
रोहतक, गिरीश सैनी। प्राकृतिक खेती को पूरे राष्ट्र में एक मिशन के रूप में स्थापित करने के लिए विशेष रूप से छात्राओं को आगे आना होगा। जब राष्ट्र की बेटियां प्राकृतिक खेती के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य करेंगी, तो जन-जन में प्राकृतिक खेती का प्रभावी संदेश जाएगा। इसकी शुरुआत महर्षि दयानन्द विवि की छात्राओं को करनी होगी। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सोमवार को महर्षि दयानंद विवि के अभिलाषा कन्या छात्रावास परिसर में यह आह्वान किया।
मदवि में प्राकृतिक खेती से संबंधित कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित करते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि पूरे विश्व में ग्लोबल वार्मिंग, भूजल के गिरते स्तर, जमीन को बंजर होने से रोकने तथा पर्यावरण क्षरण की रोकथाम के लिए प्राकृतिक खेती ही प्रभावी इलाज है। उन्होंने विस्तारपूर्वक प्राकृतिक खेती के महत्व तथा इसके लाभ को उपस्थित जन से साझा किया। इस संबंध में उन्होंने जागरूकता लाने के उद्देश्य से दो लघु फिल्में भी दिखाई।
आचार्य देवव्रत ने कहा कि रसायन आधारित खेती भारत की कृषि भूमि को बंजर बना रही है, साथ ही भूमि जल स्तर को घटा रही है। राज्यपाल ने महर्षि दयानंद विवि द्वारा प्राकृतिक खेती संबंधित सर्टिफिकेट प्रोग्राम प्रारंभ करने की पहल को खूब सराहा। उनका कहना था कि पूरे राष्ट्र में बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक खेती से उपजी फसलें और सब्जियां लाभदायक रहेंगी। उन्होंने कन्या छात्रावास परिसर में प्राकृतिक खेती का अवलोकन किया और छात्राओं के साथ प्राकृतिक सब्जियों के पौधे लगाए।
एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस कार्यक्रम में अध्यक्षीय भाषण देते हुए कहा कि पूरे भारत में प्राकृतिक खेती बारे वैल्यू बेस्ड सर्टिफिकेट प्रोग्राम प्रारंभ करने वाला एमडीयू देश का पहला विवि है। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद विवि कम्युनिटी आउटरीच के तहत प्राकृतिक खेती को ग्रामीण क्षेत्र व्यापक तौर पर प्रचारित-प्रसारित करेगा। उन्होंने कहा कि आचार्य देवव्रत इस प्राकृतिक खेती मिशन के प्रणेता हैं तथा उनकी प्रेरणा से मदवि ने यह प्राकृतिक खेती संबंधित मुहिम प्रारंभ की है। उन्होंने घोषणा की कि भविष्य में एमडीयू में सेंटर फॉर नैचुरल फार्मिंग प्रारंभ किया जाएगा।
भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर ने बतौर विशिष्ट अतिथि इस कार्यक्रम में कहा कि जब कोई मुहिम माताएं, बहनें और बेटियां अपने हाथों में लेती हैं तो वह मुहिम जन आंदोलन बन जाती है। उनका कहना था कि पूरे विश्व और अपने देश में जहर युक्त खानपान से लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं तथा अकाल मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने एमडीयू की पहल की सराहना करते हुए कहा कि एमडीयू की बेटियों को नैचुरल फार्मिंग का ब्रांड एंबेसडर बनकर इसका प्रचार प्रसार करना होगा।
इस कार्यक्रम में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने नैचुरल फार्मिंग सर्टिफिकेट कोर्स के ब्रोशर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सर्टिफिकेट कोर्स इन नैचुरल फार्मिंग पाठ्यक्रम करने वाली छात्राओं को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। हॉस्टल वार्डन राजबाला सांगवान को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। आर्गेनिक शेफ ब्रांड की प्रमोटर शेफाली पन्नू को भी इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में एमडीयू की ईएसएम सेल की समन्वयिका प्रो. विनीता हुड्डा ने स्वागत भाषण दिया। आभार प्रदर्शन चीफ वार्डन गर्ल्स प्रो. सपना गर्ग ने किया। कार्यक्रम में मंच संचालन प्रो. शालिनी सिंह और डा. महक डांगी ने किया। इस दौरान प्रतिष्ठित उद्योगपति राजेश जैन, डीन,एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए.एस. मान, रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा, एसोसिएट डीन, सीडीसी प्रो. सुमित गिल, डीन आर एंड डी प्रो. अरुण नंदा, समाजसेवी संपूर्ण सिंह, कन्या छात्रावास की वार्डन्स, वाईआरसी कार्यक्रम समन्वयिका प्रो. अंजू धीमान, एनएसएस कार्यक्रम समन्वयिका डा. सविता राठी सहित विवि के डीन, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी, वाईआरसी व एनएसएस वालंटियर्स, एनसीसी कैडेट्स सहित विवि छात्रावास की छात्राएं मौजूद रही। /07102024