पिचौपा कलां में चल रहे अवैध खनन के खेल पर सरकार ने साधी चुप्पीः किसान नेता राजू मान
हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने की मांग की।
चरखी दादरी, गिरीश सैनी। अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक राजू मान ने पिचौपा कलां में चल रहे अवैध खनन को लेकर सरकार की चुप्पी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस खेल में बड़े नेताओं और अधिकारियों की निश्चित तौर पर मिलीभगत है। उन्होंने कहा कि पिचौपा कलां के पहाड़ से 350 फीट की अधिक गहराई तक पत्थर निकाला जा चुका है, जो नियमों के विरुद्ध है। पिचौपा कलां से शीशवाला तक आने वाली सड़क को भी माइनिंग ठेकेदारों ने हड़प लिया है। उन्होंने मांग की कि सरकार हाईकोर्ट के सिटिंग जज से इस प्रकरण की जांच करवाये ताकि राजस्व की हानि से बचा जा सके।
किसान नेता राजू मान ने कहा कि खनन विभाग ने पिछले साल 15 दिसंबर को ई-रवाना का नया पोर्टल लांच किया था। तब सभीसे आईपी एड्रेस के साथ अक्षांश और देशांतर लिए गए थे। नए पोर्टल पर हर बार लॉगिन ओटीपी से होता है। फर्जीवाड़े के चलते दो कंपनियों के एक ही आईपी एड्रेस से बनाये गए हैं, जबकि दोनों की दूरी 30 किलोमीटर से अधिक है। इस साल 15 मार्च से हर रवाना पर ट्रक की दो फोटो आगे से व ऊपर से अनिवार्य की गई थी। लेकिन दोनों कंपनियों द्वारा बनाये गए रवाना की फोटो भी एक समान है।
मान ने कहा कि ग्रामीणों की इतनी शिकायतों और अनियमितताओं के बाद भी सरकार का इस मसले पर संज्ञान ना लेना दर्शाता है कि इसके पीछे बड़ा षड्यंत्र है। खनन अधिकारी भी जानबूझ कर अनजान बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि अवैध माईनिंग के चलते सैकड़ों पेड़ खत्म होने से पर्यावरण पर भी गहरा असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बारे में जल्द कोई कदम ना उठाया तो कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से इस बारे में मिलेगा।