सड़क दुर्घटना समेत हार्ड न्यूज के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग बेहद जरूरीः दीपक कुमार दास
मीडिया कार्यशाला में सुरक्षित सड़क मुहिम पर दिया विशेष जोर
रोहतक (गिरीश सैनी)। सड़क सुरक्षा के महत्व तथा सड़क दुर्घटना त्रासदी पर फोकस करते हुए सोमवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग तथा डब्लूआरआई इंडिया संगठन के संयुक्त तत्वावधान में सड़क सुरक्षा जागरूकता मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने स्वागत भाषण दिया। प्रो. हरीश कुमार ने कार्यशाला की पृष्ठभूमि प्रस्तुत करते हुए कहा कि सड़कों पर वाहन चलाने वालों में सिविक सेंस की कमी झलकती है, तथा सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी व्यापक तौर पर देखी जा सकती है। ऐसे में जरूरत है कि सड़क सुरक्षा जागरूकता को जन-मुहिम बनाया जाए।
वरिष्ठ पत्रकार व टाइम्स ऑफ इंडिया के सीनियर असिस्टेंट एडीटर दीपक कुमार दास ने कहा कि सड़क सुरक्षा पर रिपोर्टिंग के लिए आंकड़ों का उपयोग खबर को पुख्ता बनाता है। दीपक दास ने कहा कि सड़क दुर्घटना समेत हार्ड न्यूज के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग बेहद जरूरी है।
ब्लूमबर्ग फिलैन थ्री पीस इनीशिएटिव फॉर ग्लोबल रोड सेफ्टी के संचार अधिकारी फरहान शेख ने शहरों में सुरक्षित सड़कों के लिए स्ट्रैटेजिक प्लानिंग तथा मॉनिटरिंग पर विशेष जोर दिया। डब्लूआरआई इंडिया के वरिष्ठ प्रबंधक अद्वैत जानी ने शहरों में सुरक्षित सड़क मुहिम पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार उचित प्लानिंग से इस कार्य को अंजाम दिया जा सकता है।
डब्लूआरआई इंडिया की कम्युनिकेशन मैनेजर तनुश्री वेंकटरमण ने कहा कि रोड सेफ्टी भारत में महत्त्वपूर्ण पब्लिक हेल्थ इश्यू है। पूरे विश्व में सड़क दुर्घटना से मौत मृत्यु का आठवां बड़ा कारण है। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा तथा सड़क दुर्घटना संबंधित खबर को किस प्रकार मानव रुचि समाचार बनाकर प्रभावी प्रस्तुतिकरण किया जा सकता है। तनुश्री ने सड़क दुर्घटना मौत को महामारी की संज्ञा दी।
कार्यक्रम के प्रारंभ में डब्लूआरआई प्रतिनिधि आशिमा ने संगठन के रोडमैप को साझा किया। डब्लूआरआई प्रतिनिधि भरत ने आभार जताया। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर सुनित मुखर्जी ने सार संकलन किया। उन्होंने कहा कि मीडिया अध्ययन के प्रत्येक विद्यार्थी को सड़क सुरक्षा वालंटियर बनना होगा। मंच संचालन शोधार्थी प्रिया ने किया।
सहायक प्रोफेसर डॉ. नवीन कुमार, ललित कला विभाग से डॉ. अंजलि दूहन समेत पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के शोधार्थी-विद्यार्थी कार्यशाला में मौजूद रहे। कार्यशाला में सड़क सुरक्षा संबंधित एक्टिविटी भी कराई गई।