प्रशासनिक, शैक्षणिक व शोध को और बढ़ावा देने के लिए विश्व स्तरीय सॉफ्ट इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करेगा गुजविः कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई
नववर्ष के उपलक्ष्य में परिवार मिलन समारोह आयोजित।
हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि के शैक्षणिक, प्रशासनिक, परीक्षा एवं सर्टिफिकेशन से संबंधित सभी कार्यों को पूरी तरह से ईआरपी पोर्टल पर स्थानांतरित किया जाएगा। प्रशासनिक, शैक्षणिक और शोध को और बढ़ावा देने के लिए विश्व स्तरीय सॉफ्ट इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आधुनिक तकनीकों पर आधारित पाठ्यक्रमों के साथ-साथ, भारतीय ज्ञान प्रणाली के क्षेत्रों में नई पहल की जाएगी। डिजिटल व पर्यावरणीय प्रबंधन को बढ़ावा देते हुए, गुजवि अपनी सेवाओं की गुणवत्ता, पारदर्शिता और दक्षता में वृद्धि करेगा। नववर्ष के उपलक्ष्य पर आयोजित पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर सहित डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. योगेश चाबा, तकनीकी सलाहकार एचआरएम प्रो. संदीप राणा, डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. संजीव कुमार, निदेशक आउटरीच प्रो. दलबीर सिंह, उप निदेशक जनसंपर्क डॉ. बिजेन्द्र दहिया व कंसल्टेंट डॉ. विमल झा मौजूद रहे।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि गुजवि ने नव वर्ष में नई ऊंचाइयों को छूने तथा शैक्षणिक गुणवत्ता, शोध व नवाचार के क्षेत्रों में अग्रणी बनने का संकल्प लिया है। विद्यार्थियों एवं समाज हित में नए अवसर पैदा करने के लिए और भी नए पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। विवि की पहचान को मजबूत करने और युवाओं को विभिन्न करियर-उन्मुख पाठ्यक्रमों के लिए आकर्षित करने के क्रम में विवि का 360॰ वर्चुअल टूर तैयार कर वेबसाइट पर डाला गया है, जिससे देश-विदेश से कोई भी व्यक्ति विवि का वास्तविक स्वरूप घर बैठे देख सकता है।
रैंकिंग और शोध की उपलब्धियां गिनाते हुए कुलपति ने कहा कि गुजवि ने एनआईआरएफ 2024 रैंकिंग में राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालयों की श्रेणी में 47वां स्थान प्राप्त किया और राष्ट्रीय स्तर पर 101-150 बैंड में जगह बनाई। वैश्विक स्तर पर टाइम्स हायर एजुकेशन यंग यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 351-400 बैंड और वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में 1201-1500 बैंड में स्थान प्राप्त किया। शोध के क्षेत्र में गुजवि का एच-इंडेक्स 126 तक पहुंच गया है।
एनईपी 2020 के तहत नई पहल के तहत इस वर्ष से निर्णय लिया गया है कि एनईपी-2020 के तहत स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में कुछ एआई बेस्ड (कौशल विकास पाठ्यक्रम) और मूल्य वृद्धि पाठ्यक्रम (वैल्यू एनहांसमेंट कोर्सेज-वीईसी) अनिवार्य रूप से जोड़े जाएंगे। इस वर्ष कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) व साइबर सुरक्षा पर आधारित बीटेक कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विभिन्न अनुप्रयोगों पर आधारित कई अल्पकालिक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम विद्यार्थियों व पेशेवरों के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। विदेशी विश्वविद्यालयों की तर्ज पर गुजवि ने सीडीओई के तहत ऑनलाइन यूजी व पीजी कार्यक्रमों में साल में दो बार प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की है। ओडीएल (ऑनलाइन डिस्टेंस लर्निंग) और ऑनलाइन कार्यक्रमों में अधिक नामांकन को प्रोत्साहित करने के लिए मार्केटिंग चैनल पार्टनर (एमसीपी) के साथ साझेदारी की है। पारंपरिक भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) के तहत योगा साइंस, नर्सिंग और एलाइड हेल्थ साइंस विभाग की सफलतापूर्वक स्थापना की है। साथ ही पिछले वर्ष बॉटनी, जूलॉजी और लॉ डिपार्टमेंट भी शुरू किए गए हैं।
कुलपति ने बताया कि आगामी वर्ष में विवि पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित फाइल प्रबंधन प्रणाली पर काम करेगा। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम (यूएमएस) और लर्नर मैनेजमेंट सिस्टम (एलएमएस) के तहत सभी गतिविधियां पेपरलेस और ट्रैक करने योग्य होंगी। ये डिजिटल बदलाव न केवल सेवा की गुणवत्ता और पारदर्शिता बढ़ाएगा, बल्कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और मशीन लर्निंग के युग में कार्यों को एक कॉपोर्रेट ढांचे की तरह विश्वस्तरीय बनाएगा।
नववर्ष के उपलक्ष्य में फ्रेगरेंस गार्डन में परिवार मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने व्यक्तिगत रूप से शिक्षकों व कर्मचारियों को मिलकर नववर्ष की शुभकामनाएं दी तथा उनके परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान गुजवि की प्रथम महिला डा. वंदना बिश्नोई व कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर भी मौजूद रहे।