हिंदी विभाग की शोधार्थी नविता को मिला जयश्री शोध सम्मान

हिंदी विभाग की शोधार्थी नविता को मिला जयश्री शोध सम्मान

हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि की हिन्दी विभाग की पीएचडी शोधार्थी नविता के जीवन परिचय तथा उनके द्वारा हरियाणा संस्कृति के प्रचार के लिए किए गए उत्कृष्ट शोध कार्यों के आधार पर 'जयश्री शोध सम्मान-2024' से सम्मानित किया गया।

उन्हें ये सम्मान जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ, उदयपुर और गुरु विद्यापीठ, रोहतक के संयुक्त तत्वावधान में 'मानविकी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, साहित्य, शिक्षा, तकनीकी एवं अभियांत्रिकी में समकालीन वैश्विक रुझान एवं परिवर्तन' विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में दिया गया। इस कार्यक्रम में करीब 100 शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।

शोधार्थी नविता ने इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में 'पं. लखमीचंद और पं. जगन्नाथ के लोक साहित्य में सामाजिक चेतना' विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया, जिसे श्रेष्ठ शोध पत्र सम्मान से नवाजा गया। नविता पं. लखमीचंद और पं. जगन्नाथ के साहित्य में निहित सांस्कृतिक चेतना पर अपना पीएचडी शोध कार्य कर रही हैं। शोधार्थी नविता को ये सम्मान जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ, उदयपुर विवि के कुलसचिव तरुण श्रीमाली और गुरु विद्यापीठ रोहतक के संस्थापक डॉ विकास शर्मा ने प्रदान किया।

गुजवि के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने शोधार्थी नविता एवं हिंदी विभाग को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने इसे विवि के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया। हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. एन.के बिश्नोई, प्रभारी डॉ गीतू धवन, सहायक प्राध्यापिका डॉ शर्मिला व अन्य शोधार्थियों ने भी शोधार्थी नविता को बधाई दी। नविता ने बताया कि उनका एकमात्र लक्ष्य हरियाणवी संस्कृति के प्रति लोगों को जागृत करना और हरियाणा की संस्कृति एवं मूल्यों का प्रचार एवं प्रसार पूरी दुनिया में करना है।