मंगाली के राजकीय महाविद्यालय में मनाया गया हिंदी दिवस
हिंदी भाषी होने के चलते प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति बन गये : कमलेश भारतीय
हिसार के निकटवर्ती गांव मंगाली के राजकीय महाविद्यालय में हिंदी दिवस मनाया गया जिस अवसर पर हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व प्रसिद्ध कथाकार कमलेश भारतीय ने कहा कि आप यह मत सोचिये कि हिंदी पढ़कर क्या बनेंगे ? हिंदी पढ़ने और बोलने वाले तो देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति तक बन गये । आज भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिदी का सर्वाधिक प्रयोग करते हैं । पहले हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और आर्य समाज के प्रवर्तक स्वामी दयानंद ने हिंदी को अपनाया और खूब लोकप्रिय बनाया ।
श्री भारतीय ने कहा कि दक्षिण भारतीय अभिनेता हिंदी फिल्मों में काम करके करोडों कमाते हैं लेकिन हिंदी का ही अपने प्रदेशों में विरोध करते हैं । यह बहुत दुखद है । हिंदी में ही न केवल साइनबोर्ड , विवाह शादियों के कार्ड और हिदी में ही मोबाइल पर काम करने का सुझाव दिया ।
प्राचार्या डाॅ वंदना बिश्नोई ने स्वागत् करते कहा कि चाहे मैं अंग्रेजी साहित्य में पीएचडी हूं और अंग्रेजी की ही प्राध्यापिका लेकिन मैं हिंदी में कविताएं लिखकर सहज महसूस कर हूं । हिंदी हमारी मातृभाषा ही नही दिल की भाषा भी है । हिदी का जितना प्रयोग कर सकें उतना करेंगे तो हिंदी लोकप्रिय होती जायेगी ।
संचालन संस्कृत के प्राध्यापक दयानंद ने बहुत खूबसूरत किया । कार्यक्रम के पहले विद्यार्थियों में से निशा , सलीम खान , आरजू , समता , राहुल और पिकी के साथ साथ मोनिका ने भी हिंदी के बारे में सारगर्भित रचनाएं प्रस्तुत कीं ।
इस अवसर पर प्राध्यापिका डाॅ मीना , डाॅ गीता , कमलप्रीत , अजय , मोनिका , डाॅ मनजीत और राकेश भी मौजूद रहे ।