हुड्डा ने पेश किया कांग्रेस के कामों का लेखा-जोखा, कहा- अब जवाब दे बीजेपी

विपक्ष में होते हुए भी कामों के नाम पर वोट मांग रही कांग्रेस, बीजेपी के पास गिनवाने लायक नहीं एक भी काम: पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा

हुड्डा ने पेश किया कांग्रेस के कामों का लेखा-जोखा, कहा- अब जवाब दे बीजेपी

रोहतक, गिरीश सैनी। 10 साल से विपक्ष में होते हुए भी कांग्रेस आज तक अपने कामों के नाम पर वोट मांग रही है। जबकि 10 साल से सत्ता में होते हुए भी बीजेपी के पास गिनवाने लायक एक भी काम नहीं है। इसीलिए बीजेपी अपने कामों का हिसाब देने से भाग रही है और उल्टा कांग्रेस से जवाब मांग रही है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसी हास्यास्पद राजनीति हुई है कि सरकार में बैठी पार्टी, विपक्षी दल से हिसाब मांग रही हो। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। 

शुक्रवार को रोहतक में पत्रकारों से बातचीत करते हुए हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए और विपक्ष में होते हुए भी हमेशा अपने कामों का हिसाब दिया है। क्योंकि हमारी सरकार ने हरेक क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए। इस दौरान उनके साथ रोहतक के विधायक भारत भूषण बतरा और पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी भी मौजूद रहे। 

स्वास्थ्य के क्षेत्र में बात करें तो कांग्रेस सरकार के दौरान प्रदेश में एक नया स्वास्थ्य विश्वविद्यालय, 6 नए मेडिकल कॉलेज (करनाल, मेवात, खानपुर, महेंद्रगढ़, भिवानी, फरीदाबाद), एम्स-2 और बाढ़सा में नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट बनवाया। साथ ही एम्स-2 में 10 राष्ट्रीय सुपर स्पेशियलिटी संस्थान मंजूर करवाए। साथ ही कांग्रेस ने 641 नए ग्रामीण अस्पताल बनवाए सीपीसी व पीएचसी बनवाए। उस समय एमबीबीएस की फीस महज 40 हजार रुपये हुआ करती थी। लेकिन बीजेपी ने प्रदेश में एक भी मेडिकल कॉलेज या विश्वविद्यालय नहीं बनवाया। मंजुरशुदा एम्स मनेठी का काम तक इस सरकार द्वारा शुरू नहीं करवाया गया। एम्स-2 के साथ मंजुरशुदा सभी सुपर स्पेशियलिटी संस्थानों को इस सरकार ने रद्द करवा दिया। इतना ही नहीं, एमबीबीएस की फीस को 40 लाख रुपये तक पढ़ा दिया।
 
हुड्डा ने बयान जारी कर शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कामों का भी जिक्र करते हुए बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान महेंद्रगढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय, अलग-अलग जिलों में 12 नए सरकारी विश्वविद्यालय, 154 नए पॉलिटेक्निक कॉलेज, 56 नए आईटीआई, 4 नए सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित किए गए। सोनीपत में राजीव गांधी एजुकेशन सिटी स्थापित करवाई, जिसमें देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान स्थापित हुए। बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम पर लॉ यूनिवर्सिटी बनवाई गई। भारतीय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय का शिलान्यास भी कांग्रेस सरकार द्वारा करवाया गया। साथ ही उनकी सरकार के दौरान प्रदेश में 2623 नए स्कूल बनाए, 1 नया सैनिक स्कूल रेवाड़ी और 6 नए केंद्रीय विद्यालय बनवाए गए। 25000 जेबीटी, 25000 टीजीटी-पीजीटी, अन्य स्कूल स्टाफ, 50000 यूनिर्वसिटी व अन्य संस्थानों के स्टाफ समेत अकेले शिक्षा विभाग में कांग्रेस ने 1 लाख से ज्यादा नौकरियां दी गईं। कांग्रेस सरकार के दौरान ही हर जिले में DIET खोले गए थे, 20 लाख बच्चों को देश में सबसे ज्यादा और डॉक्टर अंबेडकर के नाम छात्रवृत्ति देने की योजना लागू की गई थी।
 
लेकिन बीजेपी ने पूरे 10 साल में एक भी केंद्रीय विश्वविद्यालय, कोई बड़ा सरकारी विश्वविद्यालय, प्रतिष्ठित पॉलिटेक्निक कॉलेज, आईटीआई या इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं खोला। भारतीय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय को दूसरे राज्य में स्थानांतरित करवाया दिया गया और 5000 सरकारी स्कूल मर्जर के नाम पर बंद कर दिए गए। बीजेपी ने गरीब, एससी व ओबीसी बच्चों के लिए चलाई गई डॉ. अंबेडकर छात्रवृत्ति योजना और DIET को बंद कर दिया। पूरे कार्यकाल में बीजेपी ने एक भी जेबीटी भर्ती नहीं की। पीटीआई और ड्राइंग टीचर्स को इस सरकार ने नौकरी ने निकाल दिया। आज शिक्षा विभाग में टीचर्स समेत करीब 50000 स्टाफ के पद खाली पड़े हुए हैं।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य बना था जहां आईआईटी, आईआईएम, आईआईएचएम, एम्स (बाढ़सा), आईआईटी एक्सटेंशन (सोनीपत, बाढ़सा), एनआईडी (कुरुक्षेत्र), निफ़्ट(पंचकुला), एफ़डीडीआई (रोहतक), निफ़्टएम (सोनीपत), आईआईसीए (गुरुग्राम), एनसीआई (बाढ़सा), टूल रुम (अंबाला, रोहतक) जैसे सभी राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान खुले थे। लेकिन बीजेपी के पूरे कार्यकाल में एक भी ऐसा संस्थान हरियाणा में नहीं आया।
 
रोजगार की बात करें तो कांग्रेस सरकार के दौरान 2 लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियां दी गईं थीं। प्रदेश में सर्वाधिक निवेश से रिकार्ड रोजगार सर्जन किया गया और सरकारी विभागों से ठेकेदारी प्रथा खत्म करने की नीति बनाई गई। अनगिनत राष्ट्रीय व विदेशी कंपनियां हरियाणा में स्थापित हुईं और लाखों युवाओं को प्राइवेट सेक्टर में नौकरियां मिलीं थीं। उस समय हर साल फौज में हरियाणा से 5500 सैनिकों की पक्की भर्तियां भी होती थीं। लेकिन बीजेपी सरकार में 2 लाख से ज्यादा सरकारी पद खाली पड़े हुए हैं। 30 से ज्यादा पेपर लीक व भर्ती घोटाले उजागर हो चुके हैं। एचएसएससी और एचपीएससी के दफ्तर से लोग नौकरियां बेचते पाए गए हैं। हर भर्ती में गैर-हरियाणवियों को प्राथमिकता दी जाती है। पिछले 6-7 साल से हरियाणा लगातार बेरोजगारी में देश में पहले स्थान पर बना हुआ है। कौशल निगम की ठेकेदारी प्रथा शुरू करके पक्की नौकरियों को सरकार खत्म कर रही है। बढ़ते अपराध के डर से निवेशक और बेरोजगारी की मार से युवाओं प्रदेश से पलायन कर रहे हैं।
 
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने औद्योगिक विकास का विवरण साझा करते हुए बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान 6 नई आईएमटी प्रदेश में स्थापित हुईं। साथ ही मारुती, एशियन पेंटस, एनटीपीसी, रिलाइंस, होंडा, आईओसी, पेनासोनिक, योकोहामा, डेंसो जैसे बड़े उद्योग हरियाणा में लगे थे। रेल कोच फैक्ट्री और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी कांग्रेस ने मंजूर करवाया था। लेकिन बीजेपी ने इन बड़ी परियोजनाओं को दूसरे राज्यों में भेज दिया। आजतक इस सरकार ने कोई आईएमटी, कोई बड़ा निवेश, बड़ा उद्योग बीजेपी प्रदेश में नहीं लगा सकी।
 
बीजेपी के क्षेत्र की बात करें तो कांग्रेस सरकार में 5 पावर प्लांट (4 थर्मल और 1 मंजूरशूदा परमाणू संयंत्र) स्थापित हुए थे। घरेलू व खेती की बिजली लाइन, ट्रांसफार्मर व फीडर अलग-अलग बनाए गए थे। लेकिन बीजेपी ने एक भी नया पॉवर प्लांट व परमाणू संयंत्र यहां स्थापित नहीं करवाया। अडाणी से समझौते में बदलाव करके बीजेपी ने हरियाणा के लोगों को सबसे महंगी दी। जो ट्यूब्वैल कनेक्शन कांग्रेस सरकार के दौरान किसानों को लगभग मुफ्त मिलता था, आज उसके लिए लाखों रुपये वसूले जाते हैं।
 
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान 81 किलीमीटर लाइन बनाकर 4 शहरों को मेट्रो से जोड़ा गया था। साथ ही 250 किमी. की नई रेल लाइन को बनवाया और मंजूर करवाया गया था। लेकिन बीजेपी ने मेट्रो का एक भी नया खंभा नहीं लगा, ना ही कोई नई रेलवे लाइन प्रदेश में स्थापित कई।
 
गरीब, एससी व ओबीसी कल्याण की बात करें तो कांग्रेस ने लगभघ 4 लाख परिवारों को सौ-सौ गज के मुफ्त प्लाट दिए थे। साथ ही 3.5 लाख गरीब व एससी परिवारों को मुफ्त मकान दिए गए थे। कांग्रेस सरकार ने ही 15,000 ग्रामीण चौकीदार, 11,000 ग्रामीण सफाईकर्मी व 13,000 शहरी सफाईकर्मी भर्ती किए थे और सफाईकर्मियों को पक्का करने की नीति बनाई थी। 20 लाख गरीब स्कूली विद्यार्थियों को वजीफा देने और मनरेगा के तहत देश में सबसे ज्यादा मजदूरी देने का काम भी उसी सरकार में हुआ था। साथ ही 10 लाख 16 हजार 532 गरीब परिवारों को मुफ्त टंकी, टोंटी व पानी का कनेक्शन दिया था। गरीब परिवार को सरकार डिपो से अनाज, दाल, चीनी, तेल, मिट्टी का तेल व नमक आदि देती थी। एसी-ओबीसी वर्ग के बैकलॉग भरकर प्रदेश रिकार्ड नौकरियां दी गई थीं। एससी निगम में करोड़ों रुपये के कर्ज माफ किए गए थे। लेकिन बीजेपी ने गरीब परिवारों से सौ-सौ गज के मुफ्त प्लॉट की योजना छीन ली। करोड़ो का छात्रवृत्ति घोटाला किया गया और गरीब बच्चों के वजीफे को बंद कर दिया गया।  
 
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जारी किए गए बयान में बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान ही ओबीसी को आरक्षण का उचित लाभ देने के लिए पिछड़ा वर्ग को क्लास-1 और 2 में मिलने वाली आरक्षण की सीमा को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया था। देश में पहली बार बीसी-ए को क्लास 1 और 2 में 10 प्रतिशत अलग आरक्षण दिया गया था। सौ-सौ गज के प्लाट, वजीफा व पक्के मकान देने की योजना में बीसी-ए वर्ग को शामिल किया गया था। बीसी निगम के करोड़ों रुपये कर्जे माफ किए गए। पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए सरकार ने नया केश कला व माटी कला बोर्ड बनाया था। लेकिन बीजेपी ने पिछड़ा वर्ग का आरक्षण खत्म करने के लिए क्रीमी लेयर की आय लिमिट 8 से घटाकर 6 लाख कर दी। साथ ही डोमिसाइल की शर्त को 15 साल से घटाकर 5 साल करके एससी-बीसी वर्ग के आरक्षण में गैर-हरियाणवियों को शामिल कर लिया। इतना ही नहीं, बीजेपी ने केश कला व माटी कला बोर्ड को भी भंग कर दिया।
 
हुड्डा ने किसान कल्याण का जिक्र करते हुए बताया कि कांग्रेस ने किसानों के 1600 करोड़ के बिजली बिल व 2200 करोड़ का खेती का कर्जा माफ किया था। भविष्य के लिए किसानों को शून्य ब्याज दर पर फसली ऋण देने की योजना भी कांग्रेस की देन है। उसी सरकार के दौरान गेहूं की एमएसपी 126 प्रतिशत और धान की एमएसपी 143 प्रतिशत बढ़ी थी। गन्ने के भाव को देश में सर्वाधिक 117 से बढ़ाकर 310 किया गया था। हर फसल पर किसानों को उचित रेट और समय पर खाद-बीज-दवाई दी गई। इसलिए कांग्रेस सरकार के दौरान किसानों को कभी आंदोलन नहीं करना पड़ा था। जबकि बीजेपी ने एक भी किसान का बिजली बिल व कर्जा माफ नहीं किया। उल्टा किसानों जीएसटी का बोझ डालकर खेती को और महंगा कर दिया। पूरे कार्यकाल में बीजेपी ने गेहूं पर 39 प्रतिशत व धान पर 54 प्रतिशत एमएसपी बढ़ाई है और गन्ने का रेट सिर्फ 19 प्रतिशत बढ़ा है। आंदोलन के दौरान बीजेपी राज में 750 किसान शहीद हुए हैं।
 
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान हरियाणा महिला सुरक्षा व महिला सम्मान में अव्वल था। दुनिया में तिरंगे का मान बढ़ाने वाली महिला पहलवानों को दिया देश में सबसे ज्यादा ईनाम व सम्मान दिया जाता था। शिक्षक भर्ती में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण, रजिस्ट्री फीस स्टांप ड्यूटी में उन्हें 2 प्रतिशत की छूट दी जाती थी। खून के रिश्ते में प्रोपर्टी ट्रांसफर पर स्टांप ड्यूटी मुक्त करके भी कांग्रेस ने महिलाओं को बड़ी राहत दी थी। लेकिन बीजेपी राज में महिलाओं के विरुद्ध अपराध कई गुणा बढ़ गया है और हरियाणा देश का सबसे असुरक्षित राज्य है। इस सरकार के दौरान महिला खिलाड़ियों का घोर अपमान हुआ और यौन उत्पीड़न के आरोपी बीजेपी के मंत्री पर लगे आरोपों की ढंग से जांच तक नहीं हुई।
 
खेलों के क्षेत्र की बात करें तो कांग्रेस सरकार के दौरान पदक लाओ-पद पाओ नीति लागू की गई, डीएसपी जैसे उच्च पदों पर पदक विजेताओं को नियुक्ति मिली, 750 पदक विजेता खिलाड़ियों की सरकारी पदों पर सीधी भर्ती हुई, 481 खेल स्टेडियम-परिसर बनवाए गए और स्कूली स्तर पर SPAT नीति लागू की गई। लेकिन बीजेपी ने एक भी खेल स्टेडियम-परिसर नहीं बनाया। खिलाड़ियों से डीएसपी जैसे उच्च पदों पर नियुक्ति व पदोन्नति का अधिकार छीन लिया। साथ ही सरकारी नौकरियों में मिलने वाले 3% खेल कोटा को भी खत्म कर दिया गया।
 
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि दोनों सरकारों के 10-10 साल के कामों का आंकलन किया जाए तो कांग्रेस की उपलब्धियों और बीजेपी की नाकामियों की लंबी फेहरिस्त बनती है। ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के तहत कांग्रेस दोनों ही फेहरिस्त जनता के बीच लेकर जा रही है। अगर बीजेपी के पास बताने लायक कोई उपलब्धि है तो उसे सामने आकर जवाब देना चाहिए।