रामायण का प्रभावशाली मंचन 

रामायण का प्रभावशाली मंचन 

-कमलेश भारतीय
जब हिसार के अनेक क्षेत्रों में हो रहीं रामलीला का मंचन संपन्न हो गया तब प्रसिद्ध रंगकर्मी मनीष जोशी के निर्देशन में जिंदल स्टेनलेस कंपनी के तुलसी सभागार में जसवंत टोहानवी द्वारा उर्दू में  लिखित  रामायण का लगभग पौने दो घंटे प्रभावशाली मंचन हुआ वह भी खचाखच भरे सभागार में। आधे समय तक दर्शक आते रहे। क्या संवाद, क्या परिधान, क्या साज सज्जा और क्या मनोरंजन सबमें कलाकार श्रेष्ठ रहे। यह मनीष जोशी का लगातार सातवां वर्ष है रामायण के मंचन का । जहां राम का चरित्र मर्यादा से परिपूर्ण है, वहीं सीता जैसी पवित्र पत्नी जो रावण की कैद में भी अपनी पावनता के लिए अडिग रहती है। राम,भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न के जन्म से लेकर रावण बध और राजतिलक तक की संपूर्ण रामायण को पौने दो घंटे में समेटना कुज्जे में समुद्र समेटने जैसा दुष्कर कार्य था, जिसे मनीष जोशी हर साल करके दिखाते हैं । मनीष के साथ सह निर्देशन में रहीं स्नेहा बिश्नोई, जिसने सीता की महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई । नृत्य संयोजन डाॅ राखी जोशी ने किया और कैकेयी की भूमिका में भी मंच पर दिखीं ।
दर्शकों में‌‌ नगर के गणमान्य लोगों के साथ साथ रंगकर्म में रूचि रखने वाले युवा भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे‌ । एक शानदार यात्रा के लिए मनीष जोशी व उसके सहकर्मियों को बधाई। अब रंग आंगन नाट्योत्सव का इंतज़ार ।