संविधान का गहन अध्ययन कानूनी करियर में मददगारः न्यायमूर्ति अजीत सिंह
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रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के विधि विभाग में - करियर इन लॉ विद स्पेशल रेफरेंस टू कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया विषय पर आयोजित विस्तार व्याख्यान में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति अजीत सिंह ने बतौर मुख्य वक्ता संबोधित किया।
न्यायमूर्ति अजीत सिंह ने कहा कि भारत का संविधान देश की सर्वोच्च विधि है। संविधान का गहन अध्ययन न केवल कानूनी करियर में मदद करता है बल्कि सामाजिक न्याय और नीति निर्माण में भी भूमिका निभाता है। भारतीय संविधान कानून के विद्यार्थियों को न्यायिक प्रणाली को समझने और व्याख्या करने में सहायता करता है। उन्होंने कहा कि कानून के विद्यार्थी वकालत, न्यायिक सेवा, सरकारी सेवाएं, शैक्षणिक और अनुसंधान तथा कारपोरेट व अंतर्राष्ट्रीय कानून आदि क्षेत्रों में बेहतर करियर निर्माण कर सकते हैं।
विधि विभागाध्यक्ष डा. जितेन्द्र ढुल ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और व्याख्यान की विषयवस्तु पर प्रकाश डाला। डा. परविन्द्र और डा. ऋषभ ने कार्यक्रम का समन्वयन किया। डा. महिमा ने आभार प्रदर्शन किया। इस दौरान डा. सत्यपाल, डा. अनुसूया यादव, डा. अश्विनी तथा डा. अशोक सहित अन्य शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।