इंजीनियर से नेता बनने तक
पत्रकारिता में मन की बात न कह पाने के कारण राजनीति में: अनुराग ढांडा
-कमलेश भारतीय
पत्रकारिता में मन की बात न कह पाने के कारण ही राजनिति में आया हूं । खासतौर पर किसान आंदोलन में मन बहुत व्यथित रहा कि हम कहना क्या चाहते हैं और हमसे जनता क्या उम्मीद लगाती है लेकिन हम दिखा क्या रहे हैं ! यह कहना है अनुराग ढांडा का , जो पहले इंजीनियर , फिर पत्रकार और अब नेता बन गये हैं !
मूल रूप से जींद के निकट गांव धनौरी निवासी अनुराग ढांडा की पढ़ाई रोहतक से हुई और इंजीनियरिंग की । बाद में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से राजनीतिक विज्ञान में एमए और गुजवि से पत्रकारिता की पढाई की और फिर आज तक के मीडिया संस्थान से भी पत्रकारिता की शिक्षा पूरी की। आजकल आदमपुर उपचुनाव में गांव गांव जनता के बीच संवाद के लिए जा रहे हैं ।
-पहली जाॅब ?
-इंजीनियर के रूप में । कम्प्यूटर कंपनी में । दो साल ।
-फिर ?
-सन् 2006 में आज तक में रिपोर्टर ,एंकर 2014 तक ! -इसके बाद ?
-जी न्यूज में दो साल काम किया। सन् 2016 से 2021 तक न्यूज 18 इंडिया में।
-एक इंजीनियर पत्रकारिता में कैसे ?
-असल में मेरे नाना कपिल देव शास्त्री(सांसद भी रहे ) पत्रकार रहे । पत्रकार बनने की प्रेरणा मुझे नाना जी से मिली ।
-काॅलेज में क्या क्या रुचियां रहीं ?
-डिबेट , कविता पाठ , अभिनय , संस्कृत श्लोक , एन एस एस का नेशनल वालंटियर रहा । काॅलेज मैग्जीन का संपादक भी ।
-आप पार्टी में कब से ?
-सन् 2022 में शामिल हुआ।
-आप पार्टी ही राजनीति में आने के लिए क्यों चुनी ?
-मैंने भाजपा , कांग्रेस और आप पार्टी को कवर किया और लगा कि आप पार्टी में वही बात है जो मेरे दिल में है ।
-मीडिया में इन वर्षों में आई गिरावट पर क्या कहोगे ?
-देखिये, मीडिया की इसी हालत के चलते मेरा मोहभंग हो गया और मैंने राजनीति में जाने का फैसला किया । हम कुछ कहना चाहते हैं लेकिन कहलवाया कुछ जा रहा है । ऐसे मन मार कर पत्रकारिता कैसे ? किसान आंदोलन मेरा टर्निग प्वाइंट रहा !
-कोई पुरस्कार ?
-पत्रकारिता में मातृश्री सम्मान जो लालकृष्ण आडवाणी से मिला । और काॅलेज में रहते अनेक ।
-परिवार के बारे में ?
-पिता प्रो मधुकर संस्कृत के प्रोफेसर , मां कुसुमलता जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में सेवानिवृत्त । पत्नी ज्योति संधू एम ए अर्थशास्त्र। एक बेटा छह साल का -देवांश!
-लक्ष्य ?
-स्वच्छ राजनीति, हर बच्चे को शानदार शिक्षा दिलवाना ।
हमारी शुभकामनाएं अनुराग ढांडा को ।