समाचार विश्लेषण/हरियाणा विधानसभा में
क्यों भई चाचा , हां भतीजा !
-*कमलेश भारतीय
हरियाणा विधानसभा में चाचा भतीजे की आपस में नोंक झोंक देखने को मिली और स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता को चाचा की भाषा पसंद नहीं आई और उन्होंने अभय चौटाला को दो दिन के लिये सदन से निलम्बित कर दिया ।
चाचा भतीजा सदन में हिसार एयरपोर्ट के अस्थायी रास्ते को लेकर उलझे । हिसार एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तो फिलहाल बनेगा नहीं , यह बात तो हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह ने लोकसभा में प्रश्न लगाकर स्पष्ट करवा दी लेकिन जैसा भी एयरपोर्ट बन रहा है , वह हिसार के तलवंडी राणा के आसपास के गांवों के लिए फिलहाल तो मुसीबत का सबब बन रहा है । जो सीधा रास्ता हिसार से तलवंडी राणा तक सिर्फ छह किलोमीटर था , वह अस्थायी रास्ते के चलते बीस किलोमीटर से ज्यादा हो गया । इससे हिसार के विभिन्न कालेजों में जो छात्राओं साइकिलों पर आराम से आती जाती थीं , उन्हें अब बीस किलोमीटर घूमकर चलना पड़ रहा है । इसके साथ ही अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि एयरपोर्ट के नाम पर प्रोपर्टी डीलिंग को प्रोत्साहित किया गया जहां तक कि 'आपके मंत्री' यानी दुष्यंत चौटाला की कम्पनी भी इस डीलिंग में शामिल है । इसे अभद्र टिप्पणी कहा स्पीकर ने तो अभय चौटाला और भी गुस्से में बोले कि दुष्यंत मेरा भतीजा है तो क्या इसे काका कहूं ? ये संवाद सदन के सभी विधायकों ने सुने और कुछ चुहलबाजी भी हुई !
जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि एयरपोर्ट के लिये 7200 एकड़ भूमि सरकार ने विभिन्न विभागों से ली है न कि किसी किसान की जमीन ली गयी है । जबकि अभय चौटाला ने आरोप लगाया था कि किसानों की जमीन कौडियों के भाव लेकर रजिस्ट्री अपनी कम्पनी के नाम करवा ली ! हालांकि अभय चौटाला ने कहा कि वे रजिस्ट्री लाकर देंगे तो क्या कार्यवाही करोगे ? इसके बाद अभय चौटाला को सदन से बाहर निकाल दिया गया !
विधानसभा में खेल मंत्री संदीप सिंह कल भी नही आये !
सदन के बाहर काग्रेस ने ई टेंडरिंग, परिवार पहचान पत्र, बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला ! ई टेंडरिंग पर रामकुमार गौतम ने भी कहा कि सरपंचों के खर्च के अधिकार को बढ़ाया जाये ! ये बात शून्यकाल में उठाई ।
इस तरह विधानसभा सत्रों में वही खेलमंत्री पर महिला कोच के आरोप, ई टेंडरिंग, हिसार एयरपोर्ट और बेरोजगारी जैसे मुद्दे गूंजते रहे और सबसे ऊपर चाचा भतीजे की नोंक झोंक रही ! हालांकि सदन से बाहर यह सवाल आम पूछा जा रहा है कि क्या इनेलो जजपा एकजुट होंगीं ? अजय चौटाला जवाब दे रहे है कि यह बड़ों को देखना सोचना है ! अब देख रही है हरियाणा की जनता दम साधे !
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।