वेतनमान 35400 कराने की मांग को लेकर लिपिकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल
हिसार, गिरीश सैनी। हिसार जिले के सभी विभागों, विश्वविद्यालयों, निगम व बोर्डों सहित अन्य संस्थानों के लिपिक वर्ग के कर्मचारियों ने बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल की। क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी, हरियाणा के आह्वान पर सभी कर्मचारी लघु सचिवालय, हिसार के सामने हड़ताल पर बैठे। लिपिकीय वर्ग की प्रमुख मांग कार्य समीक्षा के आधार पर वेतनमान 35400/- निर्धारित करने की है। हड़ताल में जिले भर से लगभग 1500 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया।
क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी के जिला प्रधान जितेंद्र श्योराण ने बताया कि एसोसिएशन की एकमात्र मांग लिपिकों के कार्य व योग्यता के आधार पर न्यूनतम वेतन 19900 से बढ़ाकर 35400 करना है। एसोसिएशन द्वारा पिछले तीन वर्ष से चल रहे धरने व प्रदर्शन के बावजूद सरकार उनकी जायज मांग को नजरंदाज कर रही है। एसोसिएशन द्वारा प्रदेश के सभी सांसदों, विधायकों व अन्य सरकारी प्रतिनिधियों को ज्ञापन दिए जाने के बावजूद सरकार उनकी मांगों को लेकर बातचीत नहीं कर रही है।
प्रदेशभर के सभी लिपिक वर्ग के कर्मचारियों ने 18 जून को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया था। तब सरकार द्वारा 4 जुलाई तक मुख्यमंत्री द्वारा एसोसिएशन प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा 4 जुलाई तक कोई बातचीत नहीं की गई। तब एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री के एसोसिएशन के साथ बातचीत नहीं करने की सूरत में प्रदेश के पूरे लिपिक वर्ग द्वारा 5 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया था। उसी फैसले के परिणामस्वरूप बुधवार को सभी लिपिक वर्ग हड़ताल पर हैं।
एसोसिएशन के राज्य महामंत्री प्रवीण गोयल ने बताया कि हरियाणा प्रदेश का गठन होने के बाद से प्रदेश सरकार ने समय-समय पर अध्यापक, फार्मासिस्ट, एमपीएचडब्ल्यू, जीएनएम, नर्सिंग स्टाफ, जूनियर इंजीनियर एवं अन्य विभिन्न पदों के कार्यों की समीक्षा के उपरान्त या अन्य किसी दूसरे कारणों से उनके वेतनमान मे सम्मान जनक बढ़ोतरी की है। पहले लिपिक पद का वेतनमान एमपीएचडब्ल्यू, ड्राइवर, वैक्सीनेटर, सिग्नलर, फॉरेस्ट गार्ड, जेबीटी टीचर, जूनियर इंजीनियर, पटवारी, फार्मासिस्ट आदि पदों के वेतनमान के लगभग बराबर या उससे ज्यादा हुआ करता था। लेकिन सातवें वेतन आयोग तक लिपिक पद का वेतनमान अन्य पदों की तुलना मे अपग्रेड नहीं किया गया।
एसोसिएशन के जिला प्रेस सचिव मुकेश तंवर ने बताया कि सन् 1957 में लिपिक का वेतनमान 60-175 होता था। उस समय एमपीएचडब्ल्यू व जेबीटी का वेतनमान 60-120 था। जूनियर इंजीनियर का 60-170 तथा डिप्टी रेंजर का 60-175 वेतनमान निर्धारित था। 2016 के वेतन आयोग में लिपिक का वेतनमान 19900 निर्धारित किया गया हैं तथा एमपीएचडब्ल्यू, जेबीटी, जूनियर इंजीनियर व डिप्टी रेंजर का वेतनमान 35400 निर्धारित किया गया। सरकार द्वारा लिपिक व अन्य वर्ग के वेतनमान में चार पे-स्केल का अंतर कर दिया गया है। सरकार द्वारा कार्य समीक्षा के आधार पर वेतनमान नहीं दिया जा रहा हैं।
हड़ताली कर्मचारियों को राज्य कार्यकारिणी से सुनील गुज्जर, यशवीर चौहान, जिला एसोसिएशन से दीपक जांगड़ा, मुकेश जांगड़ा, सुधीर सांगवान, हरीश कौशिक, जीजेयू के गैर शिक्षक कर्मचारी कल्याण संघ के प्रधान रामनिवास वर्मा, पूर्व प्रधान देशराज वर्मा, हरियाणा रोडवेज से राजपाल नैन, प्रवीण, अनील रोहिल, नरेश गोयल, एमएल सहगल, गोपाल दास, जयभगवान व संदीप सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने अपना समर्थन दिया व सम्बोधित किया।