समाचार विश्लेषण/इंडियन आइडल का मेगा शो और संगीत की दुनिया
-*कमलेश भारतीय
इंडियन आइडल का मेगा शो कल दोपहर बारह बजे से रात बारह बजे तक पूरे बारह घंटे चला । एक वर्ष से भी ऊपर चले इस शो के प्रतिभागियों ने दर्शकों के दिल में जगह बना ली थी और वे घर के सदस्यों जैसे लगने लगे थे । हमारे परिवार की तरह देशभर में शनिवार व रविवार की इंतज़ार इस संगीतमय शो के चलते रहती थी । वे शामें बहुत मधुर होती थीं जब शर्मीले से पवनदीप और पश्चिमी बंगाल की अरूणिता कांजीलाल की प्यारी सी जोड़ी की रची गयी प्रेम कहानी देखने को मिलती । सायली कैसे आंखें मटका मटका कर गाती और शनमुखा में कभी उषा उत्थुप तो कभी आशा भोंसले नज़र आती । दानिश अपनी परफार्मेंस से सबका दिल जीत लेता और निहाल अपने मस्त अंदाज से खुश करता रहा । शनमुखा और निहाल परिणाम में आखिरी दो में रहे तो दानिश तीसरे । बचे पवनदीप , अरूणिता और सायली में से आखिर पवनदीप ने इंडियन आइडल जीत लिया और स्विफ्ट कार भी । पच्चीस लाख रुपये भी मिले ।
हालांकि मारुति सुजुकी के शशांक श्रीवास्तव ने सही कहा कि वैसे तो छह के छह विजेता ही हैं लेकिन जमाने का दस्तूर है किसी एक को तो विजेता घोषित करना ही पड़ेगा और किया गया । शेष पांच किसी से भी कम नहीं हैं । सभी ने पवनदीप से गले लग कर बधाई दी और दोस्तों की तरह विदा हुए । इंडियन आइडल में ये जो छह साधारण गायक आए वे शो खत्म होते होते स्टार बन गये । सबकी आंखों के सितारे बन गये । इनके गांवों शहरों व आसपास के क्षेत्रों में इनकी धूम मच गयी । पवनदीप के नाम तो एक सड़क भी बन गयी और सबसे बड़ी बात कि उसके लिए खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी आए अपील करने वोटिंग के लिए और यह पवनदीप को इंडियन आइडल बनने में बहुत बड़ी भूमिका निभा गयी । पवनदीप सबसे प्रतिभाशाली था । गायन के साथ साथ अनेक वाद्य यंत्र बजाता और गाता भी । छोटे छोटे से क्षेत्र से आया एक मासूम सा युवक शर्मीला और बिना एक्सप्रेशन के बताया जाता रहा जबकि ये उसके संस्कार थे लेकिन जो इस शो की पटकथा लिख रहे थे वे पवनदीप को अरूणिता के प्रति दीवाना दिखा रहे थे । इससे शो की टीआरपी बढ़ती रही । कितने पुराने सिंगिंग स्टार आए और इन नये गायकों का हौसला बढ़ाते रहे और अपने अनुभव भी बांटते रहे इनके साथ ही संगीतकार आए , अभिनेता अभिनेत्रियां आईं सबने अपने अपने मधुर दिन अपनी फिल्मों के गानों के बहाने याद किये । आखिरी दिन फौजियों और पुलिस परिवारों के नाम रहा । देशभक्ति के गीतों के नाम भी ।
इंडियन आइडल के समापन से कुछ नये सितारे गायन व संगीत की दुनिया में उदय हुए हैं। इसी से सोनू सूद और नेहा कक्कड़ तक निकले । ये भी आने वाले दिनों में संगीत के आकाश में चमकेंगे । बस । अब रह गयीं कहानियां तो कुछ अधूरी प्रेम कहानियां । पवनदीप को बधाई इंडियन आइडल बनने पर ।
-*पूर्व उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।