इंडस्ट्री-एकेडमिया कोलाबोरेशन आधुनिक समय की जरूरतः प्रो. अरुण नंदा
एमडीयू में इंडस्ट्री-एकेडमिया लेक्चर सीरीज प्रारंभ।
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में साईलर्न-टेक एंड नेटवर्किंग फाउंडेशन के सहयोग से इंडस्ट्री-एकेडमिया लेक्चर सीरीज प्रारंभ हुई, जिसका शुभारंभ डीन, आर एंड डी प्रो. अरुण नंदा ने बतौर मुख्यातिथि किया।
मुख्य अतिथि प्रो. अरुण नंदा ने अपने संबोधन में इंडस्ट्री-एकेडमिया कोलाबोरेशन को आधुनिक समय की जरूरत बताया। उन्होंने एनईपी 2020 के तहत एमएससी की स्टडी के दौरान यूजीसी गाइडलाइन के तहत अनिवार्य इंटर्नशिप प्रोग्राम की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह इंटर्नशिप प्रोग्राम विद्यार्थियों को वास्तविक संसार की चुनौतियों के लिए तैयार करेंगे।
डीन, फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज प्रो. राजेश धनखड़ ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग की इनोवेटिव प्रैक्टिस अपनाने की पहल की सराहना की। माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डा.केके शर्मा ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम की विषयवस्तु पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम इंडस्ट्री की जरूरत के हिसाब से विद्यार्थियों के कौशल को विकसित करेंगे और उन्हें शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी मिलेगा।
इस लेक्चर सीरीज कार्यक्रम में सन्नी कार्पोरेशन प्रो. लि. के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. महेश एस. धार, एनबीएस के निदेशक एवं रिसर्च रत्न अवार्डी डॉ. शैलेन्द्र रघुवंशी तथा एंटन पार इंडिया प्रा. लि., गुरुग्राम के टेक्नीकल मैनेजर डॉ. ऋषि गुप्ता ने विशेष व्याख्यान दिए। इन वक्ताओं ने इंडस्ट्री-एकेडमिया के बीच के गैप को कम करने पर बल देने की बात कही। उन्होंने इंडस्ट्री की जरूरतों के बारे में बताते हुए विद्यार्थियों से अपने कौशल को विकसित करने का आह्वान किया। इस दौरान विभाग के प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।