प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी 17 सितंबर सेः डॉ. आदिश सी. अग्रवाल
ललित कला अकादमी में प्रदर्शित की जाएगी प्रधानमंत्री मोदी की दुर्लभ तस्वीरें।
रोहतक, गिरीश सैनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में 17 सितंबर से 30 सितंबर तक नई दिल्ली मंडी हाउस स्थित ललित कला अकादमी में एक अंतरराष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी के आयोजक वरिष्ठ अधिवक्ता, इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ज्यूरिस्ट्स और ऑल इंडिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आदिश सी. अग्रवाल ने बताया कि यह प्रदर्शनी का विषय "नरेंद्र मोदीः समृद्धि और विश्व शांति के चैंपियन" (नरेंद्र मोदीः ए चैंपियन ऑफ प्रोस्पेरिटी एंड वर्ल्ड पीस) रहेगा। इस अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी का उद्घाटन 17 सितंबर को शाम 4:00 बजे होगा।
डॉ. आदिश सी. अग्रवाल ने बताया कि इस प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचपन के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में दुर्लभ तस्वीरें प्रदर्शित की जाएंगी। इसके अलावा प्रदर्शनी में लोगों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री मोदी के अग्रणी कार्य, जनता से जुड़ने की उनकी शैली, उनकी चुनावी जीत, चार बार मुख्यमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल, राष्ट्रीय परिदृश्य पर उनकी उपस्थिति, लगातार दो बार प्रधान मंत्री के रूप में उनका नेतृत्व और वैश्विक शांति और समृद्धि की दिशा में काम करने वाले एक विश्व नेता के रूप में उनकी भूमिका दर्शाती तस्वीरें भी शामिल रहेगी।
इनमें से कुछ तस्वीरें डॉ. आदिश सी. अग्रवाल व प्रख्यात ब्रिटिश लेखिका सारा जे. मार्चिंगटन द्वारा लिखित तथा यू.के. पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स, लंदन द्वारा प्रकाशित “नरेंद्र मोदी- एक करिश्माई और दूरदर्शी राजनेता'' नामक पुस्तक से ली गई हैं। भारत के माननीय राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पुस्तक की सराहना कर चुके हैं। इस प्रदर्शनी में डॉ. आदिश सी. अग्रवाल और प्रख्यात अमेरिकी लेखिका और कवयित्री एलिज़ाबेथ होरान द्वारा लिखित "नरेंद्र मोदी - समृद्धि के अग्रदूत" नामक पुस्तक में उपयोग की गई कुछ अनोखी और ज्ञानवर्धक तस्वीरें भी प्रदर्शित की जाएंगी।
डॉ. आदिश सी. अग्रवाल ने बताया कि एक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी होने के कारण और अधिकांश आगंतुक विश्व के विभिन्न देशों से होने के चलते तस्वीरों के कैप्शन हिंदी व अंग्रेजी के अलावा अरबी, डच, फ्रेंच, जर्मन, इतालवी, जापानी, मंदारिन, रूसी और स्पेनिश भाषाओं में होंगे।
इस प्रदर्शनी में राज्यपालों के अलावा कुल राजनयिक कोर, विदेशी पत्रकारों, मंत्री, सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश, प्रशासनिक अधिकारी, संसद सदस्यों, बार नेता, वकीलों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है। प्रदर्शनी में प्रत्येक दिन पूर्वाह्न और दोपहर के सत्र में अलग-अलग वार्ता समारोह आयोजित किए जाएंगे। प्रदर्शनी सुबह 11 बजे से शाम 7.00 बजे तक खुली रहेगी।