अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा एक समावेशी संचार हैः प्रो. गुलशन लाल तनेजा
रोहतक, गिरीश सैनी। अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा एक समावेशी संचार है। आज जरूरत है कि जल्द से जल्द हम सांकेतिक भाषा भी सीखें। यह उद्गार एमडीयू के कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज (सीडीएस) तथा चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज के संयुक्त तत्वावधान में आईएचटीएम कांफ्रेंस हॉल में- इनक्लूसिविटी एट एमडीयू कैंपस सेलिब्रेट विषयक कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए।
कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने बतौर मुख्यातिथि दीप प्रज्ज्वलित कर अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रो. तनेजा ने अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस बारे जानकारी देते हुए सांकेतिक भाषा की विकास यात्रा से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा मूक-बधिर जन को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने में अहम है। आमजन इसे सीखने से मूक एवं बधिर जन से जुड़ सकेंगे। उन्होंने इस आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
सीडीएस इंचार्ज डॉ. प्रतिमा देवी ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। सीडीएस चीफ कंसल्टेंट प्रो. राधेश्याम ने इनक्लूसिविटी एट एमडीयू कैंपस सेलिब्रेट कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज के निदेशक प्रो. संदीप मलिक ने सांकेतिक भाषा के महत्व को रेखांकित किया। आयोजन सचिव डॉ. राजेश कुंडू ने मंच संचालन किया और आभार जताया। आयोजन सचिव डॉ. योगेंद्र सिंह और डॉ. कपिल मल्होत्रा ने संचालन और समन्वयन सहयोग दिया।
इस दौरान आईएचटीएम निदेशक प्रो. आशीष दहिया, कैंपस स्कूल की निदेशिका प्रो. विनीता शुक्ला, डॉ. विश्वजीत, डॉ. विनय, पीआरओ पंकज नैन, सीडीएस के प्राध्यापक, स्टाफ सदस्य, विद्यार्थी और प्रतिभागी विद्यार्थी मौजूद रहे। सीडीएस कर्मी सुनील कुमार ने आयोजन सहयोग दिया।
इनक्लूसिविटी एट एमडीयू कैंपस के तहत मंगलवार को- यूनिटी, इनक्लूसिविटी एंड साइन लैंग्वेज विषय पर स्लोगन राइटिंग और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस कार्यक्रम के तहत 25 से 27 सितंबर तक साइन लैंग्वेज वर्कशॉप तथा 28 सितंबर को- बिल्डिंग एन इंक्लूसिव एंड रेजिलिएंट सोसायटी: द रोल ऑफ साइन लैंग्वेज विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन आईएचटीएम कांफ्रेंस हॉल में किया जाएगा।