फंक्शनल मैटेरियल्स पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के केमिस्ट्री विभाग द्वारा इंडियन सोसाइटी ऑफ एनालिटिकल साइंटिस्ट-दिल्ली चैप्टर के सहयोग से- इमर्जिंग ट्रेंड्स ऑफ फंक्शनल मटेरियल इन साइंसेज विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न हो गई।
इस संगोष्ठी के कन्वीनर प्रो. देवेन्द्र सिंह ने बताया कि समापन सत्र में गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि, हिसार के पूर्व डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. देविंदर कुमार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने फंक्शनल मैटेरियल्स के नए रुझानों पर प्रकाश डालते हुए उनकी भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
इस संगोष्ठी में भारत के 10 से अधिक राज्यों और जर्मनी, स्पेन और अमेरिका सहित दुनिया भर के विभिन्न देशों से लगभग 400 प्रतिनिधि शामिल हुए। इस संगोष्ठी में 25 मौखिक प्रस्तुतियों के अलावा, 300 से अधिक वैज्ञानिकों ने पोस्टर के रूप में अपने शोध कार्य भी प्रस्तुत किए।
इस संगोष्ठी में जर्मनी के प्रो. कोप्लिन ने जैव और/या भू-प्रणालियों में कार्बनिक पदार्थों की समझ पर चर्चा की। आईआईटी दिल्ली की प्रो. वीना चौधरी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सभ्य समाज में मनुष्य द्वारा प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग पूरी दुनिया में चिंता का विषय है। सम्मेलन में 5 तकनीकी सत्र शामिल थे, 5 सत्रों में से 3 सत्रों में प्रसिद्ध प्रोफेसरों, प्रो अशोक कुमार मलिक, प्रो सुमन लता, डॉ तमन्ना आर सहरावत, डॉ बद्री प्रसाद, प्रो नरसिम्हन बी, नेहा रावत, डॉ मार्सेलो काल्डेरोन, डॉ अभिषेक के सिंह, प्रो. अनिल कुमार, प्रो. ए. के. शाह, डॉ. निवेदिता चौधरी, प्रो. मुकेश के पांडे, डॉ. राकेश तिवारी, डॉ. शांग यून पार्क, प्रो. राम सिंह, प्रो. अजीत शर्मा ने सम्मेलन के विषय पर पूर्ण व्याख्यान दिया।