जीएनडीयू  व पंजाब युवा विकास बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन

जीएनडीयू  व पंजाब युवा विकास बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन

अमृतसर: गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के ड्रॉमा क्लब और दिव्यांगजनों के लिए समान अवसर भागीदारी प्रकोष्ठ(ईओसी-पीडबल्यूडी) द्वारा पंजाब सरकार के 'पंजाब युवा विकास बोर्ड' के सौजन्य से अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आनलाइन राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।ड्रॉमा क्लब के प्रभारी, दिव्यांगजनों के लिए विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी और हिन्दी-विभाग के एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ.सुनील कुमार ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 17 दिसंबर, 1999 को फैसला लिया था कि हर साल 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। पहला अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस सन् 2000 में विश्व भर में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। तब से प्रतिवर्ष बड़े स्तर पर इसका आयोजन किया जाता है।इससे पहले सन् 1985 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने 'अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष' घोषित किया था।
इस साल के अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस दिवस का थीम है-'ट्रांसफॉर्मिंग फूड सिस्टम:यूथ इनोवेशन फॉर ह्यूमन एंड प्लैनेटरी हेल्थ' है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) जसपाल सिंह संधू के कुशल नेतृत्व और  प्रेरणा से इन कार्यक्रमों का बखूबी आयोजन निरंतर किया जा रहा है।अपने उद्घाटन-वक्तव्य में विश्वविद्यालय के छात्र-कल्याण विभाग के अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर (डॉ.) अनीश दुआ ने कहा कि किसी भी देश की प्रगति में युवाओं की भागीदारी सबसे अहम होती है।आवश्यकता इस बात की है कि युवाओं को सही दिशा और मार्गदर्शन के साथ-साथ बेहतर शिक्षा मिले।युवा दिवस मनाकर दुनिया भर के युवाओं की समस्याओं को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों तक पहुंचाया जाता है।इस दिन युवा भी विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर अपने विचार दुनिया के सामने रखते हैं।अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के दिन विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए युवाओं को प्रेरित किया जाता है।डॉ.अनीश दुआ ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के  आयोजन के लिए डॉमा क्लब और ईओसी-पीडबल्यूडी तथा डॉ.सुनील कुमार के प्रयासों और माननीय कुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) जसपाल सिंह संधू की प्रतिबद्धता व मार्गदर्शन की विशेष प्रशंसा की तथा निरंतर ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और पंजाब युवा विकास बोर्ड के चेयरमैन श्री सुखविंदर सिंह बिंद्रा ने कहा कि युवाओं को बदलते परिवेश के साथ खुद को ढालने और सही दिशा में काम करने की जरूरत है।जिस देश की आबादी का सबसे बड़ा हिस्सा युवा हो तो उस देश को तरक्की करने और हर क्षेत्र में आगे बढ़ने से नहीं रोका जा सकता है।युवाओं की आवाज और उनके द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों को हर किसी तक पहुंचाया जाना चाहिए तथा साथ ही उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ठोस उपाय किए जाने चाहिएं।उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की विभिन्न जन- कल्याणकारी नीतियों के अंतर्गत युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है।उनके लिए बेहतर शिक्षा,रोजगार व खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार संवेदनशील और गंभीर है।बड़े स्तर पर अनेक अभियान चलाकर युवाओं को नशे से दूर रहने और समाज-निर्माण में उनकी सराहनीय भागीदारी को सुनिश्चित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और पुलिस कमिश्नर, अमृतसर डॉ.सुखचैन सिंह गिल ने अपने संदेश में कहा कि यही वह अवस्था होती है जब समाज की प्रगति को सबसे सशक्त बढ़ोतरी मिलती है।युवा किसी भी समाज का इंजन होता है लेकिन यह तभी संभव है जब समाज की नींव बाल्यकाल संस्कारित हो। किशोरावस्था ऐसा  समय होता है।युवाओं को बुरी आदतों से बचना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस युवाओं की अनंत ऊर्जा को जागृत करने का दिन है।
कार्यक्रम की विशेष अतिथि और मशहूर सूफी गायिका व संगीतकार सोनम कालड़ा ने कहा कि भारत के विकास का भी एक बड़ा कारण यहां के युवा ही हैं।21 वीं सदी को युवाओं की सदी कहा गया है‌।किसी भी लोकतांत्रिक समाज को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं की शक्ति की आवश्यकता होती है।तीसरी दुनिया के कई देशों में आज भी युवा स्वास्थ्य,शिक्षा और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। राष्ट्र की समस्याओं के निराकरण के लिए हमें एकसूत्र में बांधने की आवश्यकता है और सबको एक समान नजर से देखने की जरूरत है।उन्होंने अपने जीवन संघर्षों पर प्रकाश डालते हुए युवाओं को स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए प्रेरित किया।सोनम कालड़ा ने संगीत व गायकी की अपनी मधुर स्वर लहरियों से प्रतिभागियों को सरोबार कर दिया।
कार्यक्रम की विशेष अतिथि और प्रसिद्ध आर्टिस्ट मिनाली एन ठक्कर ने वक्तव्य में कहा कि कोविड जैसी वैश्विक  महामारी के दौर में तो युवाओं की भूमिका और भी अधिक बढ़ गयी है। विभिन्न समाजसेवी संगठनों से जुड़कर युवा हजारों लोगों की जान बचा चुके हैं।उन्होंने युवाओं से सच्ची भावना के साथ उच्च आकांक्षाओं को पाने की अपील की ताकि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना साकार हो सके।उन्होंने अपनी विश्व प्रसिद्ध कलाकृतियों से भी प्रतिभागियों को रूबरू कराया।
सभी गणमान्य वक्ताओं के व्याख्यान बहुत ही रोचक, सारगर्भित,रचनात्मक ज्ञानवर्द्धक,दिशा नियामक और संदेशपरक रहे।
फुलकारी कैन की कैंसर मुक्त अभियान की प्रोग्राम हेड और वूमेंस चैप्टर ऑफ सीटीआई,पंजाब की अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका गोयल ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया।उन्होंने कहा कि युवाओं की समाज व राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए युवा दिवस का आयोजन किया जाता है।अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के लिए,युवाओं को शामिल करने, उनकी आवाज, कार्यों और पहलों को मुख्यधारा में लाने के लिए विश्वभर में संगीत कार्यक्रम, कार्यशालाएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा बैठकें आदि विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर भी इस आयोजन का हिस्सा बनकर गौरवान्वित है।उन्होंने युवा दिवस पर एक प्रेरक व ओजस्वी कविता का वाचन भी किया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ.सुनील कुमार ने शायराना अंदाज के साथ मेहमानों, विश्वविद्यालय-प्रशासन,तकनीकी सहयोगी अंशुल अग्रवाल,जनसंपर्क विभाग, मीडिया और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।इस राष्ट्रीय वेबिनार में विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों,छात्रों सहित देश-विदेश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।इस आयोजन की सफलता से प्रेरित प्रतिभागियों की सुखद प्रतिक्रियाएं मिली हैं।