आईपीएल: मुम्बई, सनराइजर्स व चेन्नई की वापसी के संकेत

-*कमलेश भारतीय
आईपीएल का नया सीज़न अब उफान पर है। अब तक तीन बड़ी टीमें—मुम्बई, सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई—नीचे के पायदान पर चल रही थीं, जबकि दिल्ली कैपिटल्स पहली बार लगातार तीन मैच जीत चुकी थी। इनमें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराकर उसने करारा झटका भी दिया था।
लेकिन लगातार हारकर मुकाबले से बाहर होने के कगार पर खड़ी मुम्बई इंडियंस ने दिल्ली को उसके ही घर में हराकर जीत के रथ को रोक दिया और अपने प्रशंसकों में नई उम्मीद जगा दी। दिल्ली और मुम्बई का मैच बेहद रोमांचक रहा, जिसमें आखिरी ओवर में दिल्ली के तीन खिलाड़ी रन आउट हुए, जो मुम्बई की जीत का कारण बने। हार्दिक को भी थोड़ी राहत की सांस मिली।
बेशक, यह रन आउट की पहली हैट्रिक हो, जिससे यह स्पष्ट होता है कि खिलाड़ियों में संयम की कमी है। एक रन को दो में बदलने की जल्दबाज़ी में विकेट गंवाए जाते रहे।
इसके विपरीत, चेन्नई सुपर किंग्स ने आखिरी ओवर तक कोई हड़बड़ी नहीं दिखाई। धोनी ने शिवम दूबे से कहा कि शॉट सोच-समझकर खेलना है—पहले अपना विकेट बचाना है और सही गेंद पर ही शॉट लगाना है। दूबे ने यही किया—संयम बनाए रखा और सही गेंद पर शॉट लगाकर जीत चेन्नई की झोली में डाल दी।
कल के मैच में धोनी ने संयम के साथ-साथ चतुराई भी दिखाई। उन्हें पता था कि यह मुकाबला नहीं जीता, तो इस सीज़न में पिछड़ जाएंगे। ज़िंदगी में भी संयम बनाए रखना कितना ज़रूरी है—यह संदेश मिलता है।
लखनऊ और चेन्नई के बीच मुकाबले को गुरु और शिष्य—यानी धोनी और पंत—के बीच का मुकाबला माना जा रहा था, जिसमें गुरु धोनी ने शिष्य पंत को चारों खाने चित कर दिया।
हालाँकि पंत ने अच्छी बल्लेबाज़ी की, लेकिन धोनी भी कम नहीं रहे—सिर्फ 11 गेंदों में 26 रन बनाकर चेन्नई को जीत दिला दी। कल धोनी अपने पुराने रंग में दिखे। उन्होंने ऐसा रन आउट किया कि लखनऊ के मालिक संजीव गोयनका भी हैरान रह गए।
ठीक वैसे ही जैसे दिल्ली कैपिटल्स को अपने तीन खिलाड़ियों के रन आउट पर मलाल रहेगा। उन्होंने जीतता हुआ मैच मुम्बई को उपहार में दे दिया।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराने के बाद के.एल. राहुल हीरो बने, और फिर पंजाब किंग्स के खिलाफ 141 रन की पारी खेलकर सनराइजर्स हैदराबाद को जीत दिलाने वाले अभिषेक शर्मा भी हीरो बन गए। उन्हें पंजाब किंग्स की सह-मालकिन प्रीति ज़िंटा ने भी सराहा।
इससे पहले प्रियांश आर्य भी 39 गेंदों में 103 रन बनाकर उभरे और गेंदबाज़ों को हैरान कर दिया। ये नए हीरो आईपीएल के इस राउंड में चमकते हुए सामने आए हैं।
लगातार हार झेल रही तीन बड़ी टीमों को अब जाकर राहत मिली है।
कहा जाता है कि नीता अंबानी ने कर्ण शर्मा से मज़ाक में कहा कि जितनी विकेट लोगे, उतने करोड़ रुपये दूंगी।
सनराइजर्स हैदराबाद की युवा मालकिन काव्या मारन भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करती दिखती हैं और विरोधी टीम के खिलाड़ियों की सराहना करने से भी नहीं हिचकिचातीं—यही खेल भावना है, और यही सराहनीय भी है।
अब चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान पूरे सीजन में धोनी ही रहेंगे, क्योंकि ऋतुराज गायकवाड़ चोट के कारण बचे हुए मैचों में नहीं खेल पाएंगे। वैसे भी वे आंशिक रूप से ही कप्तानी निभा रहे थे; असल कमान तो धोनी के हाथों में ही थी। जैसे रजत पाटीदार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान हैं, लेकिन असली जिम्मेदारी विराट कोहली पर ही है।
हार-जीत तो धोनी और विराट की ही मानी जाती है!
मुम्बई इंडियंस के हार्दिक पांड्या ने भी बाहर बैठे रोहित शर्मा की सलाह मानी और टीम को जीत दिला दी।
हिंदी क्रिकेट कमेंट्री में नवजोत सिंह सिद्धू अब विवादास्पद ही नहीं, बल्कि हास्यास्पद भी होते जा रहे हैं।
वहीं मोहम्मद सिराज की भी चर्चा कम नहीं हो रही— ज़बरदस्त गेंदबाज़ी कर अपनी टीम को मज़बूती दे रहे हैं। करुण नायर ने भी अच्छी वापसी की, भले ही उनकी पारी बेकार चली गई।
आईपीएल का अगला राउंड और भी रोमांचक और संघर्षपूर्ण होने की उम्मीद है। ग्लैमर, जीतने की होड़ और पैसा—हर सीज़न की तरह इस बार भी यह सिलसिला और बढ़ेगा।
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी