यह कोआपरेशन है या शोषण?
-*कमलेश भारतीय
यह भी एक नया नहीं, बरसों से पुराना सवाल है कि महिला कर्मचारी कोआपरेशन के नाम पर कितना शोषण झेलने को विवश हैं ? आखिर इसे कोआपरेशन कौन कहता है और कैसे और क्यों ? यह तो सरेआम यौन शोषण है और उच्चाधिकारी समझाती हैं कि थोड़ा कोआपरेट करो, फिर देखो तुम्हारी प्रमोशन कैसे होती है और कैसे वारे न्यारे होते हैं ! यह यौन शोषण का मामला हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तक पहुंच गया है । कुछ महिला पुलिस कर्मियों ने आईपीएस अधिकारी पर इस तरह कोआपरेशन के नाम पर शोषण किये जाने के आरोप लगा कर शिकायत की है । हालांकि बदस्तूर आईपीएस अधिकारी इसे झूठ का पुलिंदा बता रहे हैं । पर आरोप यह है कि आईपीएस अधिकारी ने महिला पुलिस अधिकारी पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाब बनाया और ऐसा न करने पर एसीआर खराब करने की धमकी दी । महिला कर्मियों ने शिकायत में लिखा है कि यदि उनकी शिकायत पर गौर न किया तो वे आत्महत्या के लिए मजबूर हो जायेंगीं । इसमें यह वाकया भी बताया गया है कि कैसे एक महिला पुलिस थानेदार ही महिला कर्मचारी को आईपीएस के आवास पर ले गयी, जिसे चाय बनाने की लिए कहकर वह खुद बाहर निकल गयी और चाय बना कर लाने पर आईपीएस ने हाथ पकड़कर अपनी ओर खींचा तो वह बाहर भागी और महिला थानेदार से सारा माजरा बताया तो उसने पलट कर नसीहत दी कि कोआपरेट करो और तुरंत प्रमोशन हो जायेगी और पैसों के वारे न्यारे हो जायेंगे ! इस तरह महिला थानेदार आईपीएस के लिए एक प्रकार से शिकार तलाश करती है ।
पुलिस विभाग तो एकमात्र उदाहरण है जबकि विभाग कोई भी अछूता नहीं, इस लाइलाज यौन शोषण से । आपको याद ही होगा हाॅकी के पूर्व कप्तान और हरियाणा के पूर्व खेलमंत्री का किस्सा? कैसे महिला कोच को सरकारी आवास पर बुलाकर क्या क्या ऑफर दिये थे और कोआपरेशन ही तो मांगी थी । महिला कोच ने कोआपरेट नहीं किया बल्कि पुलिस थाने गयी लेकिन न्याय के लिए आज तक थाने थाने भटक रही है । क्यों भाई यह कोआपरेशन जरुरी है क्या ? हरियाणा के कभी उच्च पुलिस अधिकारी ने एक उभरती लाॅन टेनिस खिलाड़ी के साथ जो किया, वह बरसों तक अखबारों में छाया रहा समय समय पर ! कौन बच पाती है इस यौन शोषण से ? न खिलाड़ी, न कोच और न ही कर्मचारी ! क्या इस शिकायत की तह तक मुख्यमंत्री जायेंगे या जांच करवायेंगे या फिर इसे लम्बा खींचकर भुलाने या दबाने की तरकीब अपनायेंगे ? अभी तो हिसार में एक युवती भाजपा नेता पर भी यौन शोषण का आरोप लगा रही है कि उसे कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर यौन शोषण किया गया, वह भी एक मकान दिलवाने के नाम पर ।
इस तरह की शर्मनाक घटनाओं पर निश्चित ही मुख्यमंत्री को संज्ञान लेना चाहिए। परवीन शाकिर कह रही हैं:
अगर चाहें तो वो दीवार कर लें
हमें अब कुछ नहीं कहना ज़बां से
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।