ग्रामीण आंचल से जुड़ी योजनाओं और समस्याओं के साथ-साथ उनके समाधान को जानना जरूरीः डीसी धीरेंद्र खडग़टा

रूरल एंगेजमेंट प्रोग्राम के तहत गांवों में अध्ययन के लिए निकले विद्यार्थियों को किया संबोंधित।

ग्रामीण आंचल से जुड़ी योजनाओं और समस्याओं के साथ-साथ उनके समाधान को जानना जरूरीः डीसी धीरेंद्र खडग़टा

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कहा कि देश व प्रदेश की अधिकांश आबादी गांव में रहती हैं। ऐसे में ग्रामीण आंचल से जुड़ी योजनाओं और समस्याओं के साथ-साथ उनके समाधान को जानना जरूरी है। एक विद्यार्थी के रूप में इनके अध्ययन का और महत्व और भी बढ़ जाता हैं।

उपायुक्त सोमवार को रूरल इंगेजमेंट प्रोग्राम के तहत जिला के विभिन्न गांव व सरकारी संस्थाओं का दौरा करने वाले आईआईएम रोहतक के विद्यार्थियों के दल को स्थानी कॉन्फ्रेंस हॉल में संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से उनके विचार भी जाने। विद्यार्थियों के सवालों पर बोलते हुए उपायुक्त ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण अंचल के लोगों के जीवन उत्थान के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। गांव में विशेषकर विकास एवं पंचायत विभाग, जिला परिषद, मनरेगा योजना आदि के तहत विकास कार्य करवाएं जाते हैं।

विद्यार्थियों द्वारा ड्रग्स एडिक्शन और महिला सशक्तिकरण पर पूछे गए सवाल पर उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान समय में ये दोनों विषय कानूनी रूप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दे भी हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश तौर पर युवा अवस्था में ड्रग्स का प्रयोग शुरू कर दिया जाता है, जो बाद में एक आदत बन जाती हैं और जिसे छोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा ड्रग्स या अन्य किसी भी प्रकार के नशे को छुड़वाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र व परामर्श केंद्र खोले गए हैं। समय-समय पर कॉलेज व विश्वविद्यालयों व स्कूल आदि में नशा मुक्ति पर सेमिनारों का आयोजन किया जाता है।

इस दल में शामिल विद्यार्थियों के साथ बातचीत करते हुए उपायुक्त ने कहा कि महिला सशक्तिकरण बहुत जरूरी है। दक्षिण भारत में शिक्षा का प्रचार-प्रसार बहुत पहले व अधिक होने के कारण वहां पर महिला सशक्तिकरण की तरफ विशेष ध्यान दिया गया और बाद में धीरे-धीरे इस अभियान ने राष्ट्रव्यापी रूप लिया। महिलाओं का उत्पीड़न व शोषण पर पूर्ण रूप से रोकथाम के लिए सरकार पूरा जोर दे रही है। इसके लिए स्पेशल महिला थाने स्थापित किए जा रहे हैं और वन स्टॉप सेंटर खोले गए हैं।

आईआईएम रोहतक का 15 सदस्यीय विद्यार्थी दल 18 से 22 नवंबर तक जिला के विभिन्न गांवों का दौरा करेगा। इस दौरान विद्यार्थी ग्रामीण विकास के साथ-साथ स्वास्थ्य, खेल, शिक्षा, कृषि आदि विषयों पर गहनता से अध्ययन करेंगे। विद्यार्थी गांव से संबंधित समस्याओं और उनके निदान आदि के बारे में ग्रामीण से राय भी लेंगे।

उपायुक्त ने विद्यार्थियों के इस अध्ययन भ्रमण कार्यक्रम को लेकर पंचायत विभाग, पुलिस, नगर निगम, परिवहन विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग, चिकित्सा विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, कृषि विभाग, पर्यटन, रेडक्रॉस सोसायटी आदि संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।