अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर पर्यावरण को सहेजना जरूरीः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर पर्यावरण को सहेजना जरूरीः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

यूनिवर्सिटी कैंपस स्कूल में पौधारोपण कार्यक्रम में 37 पौधे लगाए।

रोहतक, गिरीश सैनी। धरती को हरा-भरा रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। पेड़-पौधों से ही जीवन संभव है। आज जरूरत है कि हम अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाएं और पर्यावरण को सहेजें, इसकी देखभाल करें। यह उद्गार एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस पर यूनिवर्सिटी कैंपस स्कूल में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में विद्यार्थियों से संवाद करते हुए व्यक्त किए।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस दौरान विद्यार्थियों के साथ मिलकर पौधा लगाया। उन्होंने जीवन में पेड़-पौधों की महत्ता से विद्यार्थियों को अवगत करवाते हुए कहा कि पेड़-पौधे हमारे स्वस्थ जीवन का आधार हैं। इसलिए इनकी देखरेख और उचित देखभाल करना हम सबका कर्तव्य है। उन्होंने विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया और पर्यावरण संरक्षण प्रहरी बनकर समाज में इस बारे जागरूकता की अलख जगाने का आह्वान किया।

कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने विद्यार्थियों को एनवायरमेंट फ्रेंडली ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने, जल संरक्षण करने, वायु प्रदूषण पर नियंत्रण करने बारे स्वयं जागरूक होने और समाज को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया।

निदेशिका, हॉर्टिकल्चर प्रो. विनीता हुड्डा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए स्वागत भाषण दिया और पर्यावरण की महत्व बारे प्रकाश डाला। यूनिवर्सिटी कैंपस स्कूल की निदेशिका प्रो. विनीता शुक्ला ने कार्यक्रम समन्वयन में सहयोग दिया और स्कूल में संचालित समर कैंप बारे कुलपति को अवगत करवाया।

इस दौरान कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, प्रो. विनीता शुक्ला, प्रो. विनीता हुड्डा, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी, डा. ईशा, एमडीयू गैर शिक्षक कर्मचारी संघ प्रधान राजकुमार शर्मा, सामान्य शाखा प्रभारी डॉ. विनय मलिक, पीआरओ पंकज नैन, कैंपस स्कूल इंचार्ज विवेक कौशल समेत अन्य शिक्षक, गैर शिक्षक कर्मी, विद्यार्थी, अभिभावक तथा हॉर्टिकल्चर से अधीक्षक डॉ. सुरेन्द्र भारद्वाज, कंसल्टेंट बलजीत मलिक, अजमेर सिंह, राजेश रोहिल्ला समेत अन्य अधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहे। एमडीयू में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में जैकेरेंडा, तबेबीआ तथा पिंक फ्लावर के 37 पौधे लगाए गए।