विनेश फोगाट को पदक के लिए अयोग्य करार दिया जाना दुखदः पूर्व सीएम हुड्डा

कहा, बीजेपी सरकार में बेरोजगारी, अपराध, भ्रष्टाचार, नशा, अत्याचार और महंगाई पूरी तरह नॉनस्टॉप।

विनेश फोगाट को पदक के लिए अयोग्य करार दिया जाना दुखदः पूर्व सीएम हुड्डा

रोहतक, गिरीश सैनी। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ओलंपिक खेलों में विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि गोल्ड मेडल की दहलीज पर खड़े किसी खिलाड़ी के साथ उन्होंने ऐसा होते हुए पहले कभी नहीं देखा। इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और भारत सरकार को इसमें हर संभव हस्तक्षेप करना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि मेडल को लेकर बेशक कोई नतीजा सामने आए, लेकिन इस ओलंपिक में दुनिया की सबसे बड़ी धुरंधरों को हराकर विनेश ने साबित कर दिया कि वो सच्ची चैंपियन है।

बुधवार को रोहतक में पत्रकारों से बातचीत करते हुए हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के विकास पर फुल स्टॉप लगाने वाली बीजेपी सरकार में बेरोजगारी, अपराध, भ्रष्टाचार, नशा, अत्याचार और महंगाई पूरी तरह नॉनस्टॉप हैं। इसलिए बीजेपी ने अपने कैंपेन को भी ‘नॉनस्टॉप हरियाणा’ का नाम दिया है। अपने कैंपेन की विज्ञापनों में भी बीजेपी के पास दिखाने लायक खुद का कोई भी काम नहीं है। इसलिए सरकार आईआईटी और आईआईएम से लेकर तमाम उन प्रोजेक्ट्स को अपने विज्ञापनों में दिखा रही है, जिनको हरियाणा में लाने करने का कार्य कांग्रेस सरकार ने किया था। इस दौरान उनके साथ स्थानीय विधायक भारत भूषण बतरा भी मौजूद रहे।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी को विधानसभा चुनाव में अपनी हार स्पष्ट नजर आ रही है। इसलिए वो हार की बौखलाहट में लगातार हवा-हवाई ऐलान कर रही है। इसी कड़ी में बीजेपी ने सभी फसलों पर एमएसपी देने की बात कही है। जबकि ये वो सरकार है, जिसने पूरे 10 साल किसानों को हर फसल की एमएसपी के लिए तरसाया।  750 किसानों की शहादत के बाद भी इस सरकार का मन नहीं पसीजा था। बीजेपी सरकार के दौरान फसलों की खरीद और मुआवजे में करोड़ों रुपये के घोटाले हुए। इसलिए किसान इस सरकार के किसी भी ऐलान पर अब भरोसा नहीं करेंगे। वैसे भी बीजेपी को पता होना चाहिए कि एमएसपी का ऐलान, केंद्र सरकार करती है, राज्य सरकार नहीं। अगर बीजेपी एमएसपी को लेकर रत्ती भर भी गंभीर है तो केंद्र सरकार को तुरंत इस पर कानून बनाना चाहिए। संसद के भीतर इसके लिए बिल लाया जाना चाहिए।