नियमित समाचार पत्रों का अध्ययन करें पत्रकारिता के विद्यार्थीः सुनित मुखर्जी
व्याख्यान में दिया शब्द भंडार को समृद्ध करने का सुझाव।
रोहतक, गिरीश सैनी। लेखन कला में महारत हासिल करने के लिए निरंतर तथा अधिक से अधिक अध्ययन की आदत डालनी होगी। साथ ही, अपने शब्द भंडार को भी समृद्ध करना होगा। एमडीयू के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर तथा निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने ये विचार हरियाणा केन्द्रीय विवि, महेंद्रगढ़ के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में आयोजित संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किए।
सुनित मुखर्जी ने सृजनात्मक लेखन तथा पत्रकारीय लेखन के लिए जरूरी तैयारी बारे विस्तार पूर्वक अपने विद्वतापूर्ण व्याख्यान में बताया। सुनित मुखर्जी ने कहा कि नियमित समाचार पत्रों का अध्ययन तथा साहित्य एवं गैर साहित्यिक पुस्तकों को पढ़ने की आदत विद्यार्थियों को डालनी होगी। साथ ही, विद्यार्थियों को इतिहास का ज्ञान, भारत की समृद्ध विरासत तथा भारतीय समाज के बारे भी जानकारी हासिल करनी होगी। उन्होंने कुछ प्रतिष्ठित लेखकों की पुस्तकों को पढ़ने का सुझाव भी दिया। सुनित मुखर्जी ने नियमित डायरी लेखन तथा ब्लॉग लेखन का परामर्श भी विद्यार्थियों को दिया।
इस संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष डा. अशोक कुमार ने कहा कि इस संवाद कार्यक्रम का आयोजन विद्यार्थियों की क्षमता संवर्धन के लिए किया गया। इस दौरान विभाग के प्राध्यापक डा. सुरेन्द्र कुमार, डा. नीरज, करण सिंह एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।