आह सोनाली, वाह सोनाली/ कमलेश भारतीय
हरियाणा में हुए चप्पल और थप्पड़ कांड पर सटीक टिपणी
पांच जून से लेकर पूरे हरियाणा में यही हो रहा है -आह सोनाली, वाह सोनाली। कोई आह आह कह रहा है तो कोई वाह वाह कर रहा है चप्पल और थप्पड़ कांड को लेकर। न आह कहने वालों की कमी है, न वाह कहने वालों की। पर एकमत कोई नहीं हो पा रहा। जांच चल रही है और इस पर भी आह और वाह कहने वालों की कमी नहीं। जांच कमाल की हो रही है। दो दो बार नहीं बल्कि तीन तीन बार सोनाली का पक्ष जानने नेता आए और सोनाली भी महिला आयोग गयीं। पर क्या मजाल कोई सुल्तान सिंह या उसके परिवार को सुनने की जहमत उठाए। अब कहा जा रहा है कि वह तो प्रारम्भिक जांच थी जो सोनाली से शुरू हुई। फिर सोनाली ने शिकायत की थी तो जाहिर है उसी को सुनते। अब सुल्तान सिंह को भी बुलायेंगे। वाह। जब सुल्तान की पत्नी मीडिया में आई तब उसे सुनने की बात मन में आई। नहीं तो अब तक सोनाली को ही सुना जा रहा था। सुल्तान को भी सुना बिनैन खान ने कल दिनौदा में। सुल्तान ने कहा कि यदि मैंने कुछ अभद्र या डर्टी बोला हो तो मेरा सिर कलम कर देना। बिनैन खान कल बारह जून को हिसार की उपायुक्त और एस पी पुलिस से मिलेगी और अल्टीमेटम देगी कि यदि पंद्रह जून तक सोनाली की गिरफ्तारी नहीं की गयी तो आंदोलन शुरू कर देंगे। उधर सोनाली महिला आयोग में बता रही हैं कि यदि सुल्तान को गिरफ्तार न किया तो किसान और महिलाएं तैयार बैठी हैं प्रदर्शन के लिए। ल्यो, कर ल्यो बात। इतनी लोकप्रिय थीं तो कड़ी टक्कर देतीं कुलदीप विश्नोई को। वाह सोनाली कहने वाले कहते हैं कि यदि आप भी ऑडियो सुन लेते तो महिलाओं का अपमान सहन न कर पाते और आप भी वही करते जो सोनाली ने किया। ऐसा कहने वालों में महिला आयोग की अध्यक्ष प्रतिभा सुमन और आयोग की सदस्या सुमन बेदी शामिल हैं। इनसे निष्पक्ष जांच की उम्मीद कीजिए। सोनाली की वाह वाह करने वालों में इनेलो के इकलौते विधायक अभय चौटाला भी शामिल हैं जो कह रहे हैं कि सुल्तान कोई दूध का धुला नहीं था। वाह वाह करने वालों में सुजीत कुमार भी शामिल है जिसने खुद हांसी के एसडीएम को देख लेने की धमकी दी और वीडियो वायरल हुआ लेकिन पार्टी ने क्लीन चिट दे रखी है। अब तक पार्टी ने सुजीत को कुछ नहीं कहा। वे भी वाह वाह कर रहे हैं।
दूसरी ओर मार्केट कमेटी के कर्मचारी आह सोनाली कर धरने प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, कुलदीप विश्नोई सभी आह सोनाली कह कर इस कांड की निंदा करते हुए न्याय की मांग कर रहे हैं और कर्मचारियों के मनोबल के गिरने की बात कह रहे हैं। कर्मचारी नेता आह सोनाली कर रहे हैं और चेतावनियां दे रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने बीच का रास्ता अपनाया। न आह कहा न वाह वाह की। वे कह रहे हैं कि जांच हो रही है जो आयेगा जांच में निकल कर वह बता दिया जायेगा। वाह मुख्यमंत्री जी, ऐसे मूकदर्शक बन कर कितने दिन निकाल लोगे आप? गृहमंत्री अनिल विज तो अब अस्पताल में भर्ती हो गये। न आह न वाह। किससे उम्मीद करें? देखिए। इस कांड की गूंज कितने दिन गूंजती है और क्या नतीजा या जांच सामने आती है? फिलहाल तो आह सोनाली, वाह सोनाली कीजिए। नये नये ऑडियो सुनिए और कुछ सोचिए कि ऐसी लोक अदालतें लगनी चाहिएं या नहीं?